चंडीगढ़, 26 जून (भाषा) पंजाब के मोहाली की एक अदालत ने बृहस्पतिवार को शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को सात दिन की सतर्कता रिमांड में भेज दिया। सतर्कता ब्यूरो ने बुधवार को 540 करोड़ रुपये से अधिक के ‘मादक पदार्थ से अर्जित धन’ के कथित शोधन के आरोप में गिरफ्तार किया था।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मजीठिया को अदालत में पेश करने से पहले, पुलिस ने कई अकाली समर्थकों को हिरासत में लिया जो अदालत परिसर के पास पूर्व मंत्री की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।
ब्यूरो का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता फेरी सोफात ने संवाददाताओं को बताया कि अदालत ने मजीठिया को सात दिन की सतर्कता ब्यूरो की रिमांड पर भेज दिया है और अब उन्हें दो जुलाई को अदालत में पेश किया जाएगा।
ब्यूरो ने आरोपी की 12 दिन की रिमांड की मांग की थी। सोफत ने कहा कि अदालत के संज्ञान में लाया गया कि मजीठिया ने कथित तौर पर उनके आवास पर छापेमारी के दौरान टीम को ‘धमकाया’ था।
विजिलेंस ब्यूरो ने बुधवार को मजीठिया को गिरफ्तार किया और आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री ने 540 करोड़ रुपये से अधिक के मादक पदार्थ धन को सफेद करने में मदद की।
मजीठिया की गिरफ्तारी बुधवार को अमृतसर में उनके आवास पर सतर्कता टीम की छापेमारी के बाद हुई।
सतर्कता ब्यूरो ने दावा किया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि मजीठिया ने कथित तौर पर कई चैनलों के माध्यम से 540 करोड़ रुपये से अधिक के मादक पदार्थ धन को सफेद किया था।
मजीठिया के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रवक्ता अर्शदीप सिंह कलेर ने बृहस्पतिवार को मजीठिया के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को ‘फर्जी’ करार दिया और कहा कि पूर्व मंत्री को लोगों के मुद्दे उठाने और आप सरकार के खिलाफ मुखर होने के कारण निशाना बनाया जा रहा है।
शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के साले मजीठिया पहले से ही 2021 के ड्रग्स मामले में जांच का सामना कर रहे हैं।
भाषा रंजन रंजन नरेश
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