गाजियाबाद, 26 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और प्रेरणा से राज्य ने पिछले आठ वर्षों में विकास में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे गाजियाबाद एक नए प्रगतिशील शहर में बदल गया है।
गाजियाबाद में उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि शहर की छवि पूरी तरह बदल गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘एक समय गाजियाबाद के नाम पर अपराध और गैंगवार आधारित फिल्में बनती थीं। आज वही शहर विकास, स्वच्छता और सुव्यवस्था का आदर्श बनकर उभरा है। गाजियाबाद का नाम दुनिया के शीर्ष 50 शहरों में शुमार है और यह उत्तर प्रदेश का पहला स्वच्छ शहर है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 साल पहले इस बात की कल्पना भी नहीं की जा सकती था कि जिला 12-लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा और देश के पहले रैपिड रेल कॉरिडोर का हिस्सा बन जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन आज, गाजियाबाद में रैपिड रेल नेटवर्क, 12 लेन का राजमार्ग, मेट्रो संपर्क और एक हवाई अड्डा है।’’
संवाददाता सम्मेलन से पहले, मुख्यमंत्री ने कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के एक जत्थे को हरी झंडी दिखाई, यात्रा किट वितरित की और सुरक्षित तथा मंगलमय यात्रा की कामना की।
उन्होंने कहा कि दर्शन करके आने वाले सभी यात्रियों को उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से एक-एक लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘कैलाश मानसरोवर भवन हमने यात्रियों की सुविधा के लिए स्थापित किया था। आज 200 से अधिक श्रद्धालु इस भवन में आकर यात्रा का हिस्सा बनने जा रहे हैं।’’
सुबह, आदित्यनाथ ने गाजियाबाद में सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (सीईएल) के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लिया।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह की मौजूदगी में उन्होंने ग्रीनफील्ड डेटा सेंटर की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि कभी घाटा झेलने वाली इकाई सीईएल, विनिवेश से बचने और मुनाफे में लौटने के बाद भारत के मिनी रत्न सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में से एक के रूप में उभरी है।
उन्होंने ग्रेटर गाजियाबाद विकास योजना के तहत खोड़ा, लोनी और मुरादनगर को गाजियाबाद नगर निगम में शामिल करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की।
उन्होंने कहा कि शहर में सभी नागरिक संस्थाओं ने सराहनीय प्रदर्शन किया है और कहा कि एक व्यापक विकास की रूपरेखा तैयार की जा रही है। एक एकीकृत कार्यालय परिसर बनाने और पुलिस कमिश्नरेट मुख्यालय के माध्यम से कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की योजनाओं की भी समीक्षा की गई।
उन्होंने कहा कि बाबा दुग्धेश्वरनाथ मंदिर कॉरिडोर निर्माण समेत बुनियादी ढांचों से जुड़ी परियोजनाओं पर भी चर्चा हुई।
ठप पड़े खेल बुनियादी ढांचे के मसले को हल करते हुए मुख्यमंत्री ने गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा मूल रूप से अधिग्रहित भूमि को अपने कब्जे में लेने और स्टेडियम का निर्माण व प्रबंधन का जिम्मा संभालने का निर्देश दिया।
उन्होंने शहर के हरित क्षेत्र में सुधार, कूड़े के ढेरों को खत्म करने और मियावाकी जंगलों और सिटी फॉरेस्ट की पहल का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा, ‘‘गाजियाबाद एक खूबसूरत शहर के रूप में आगे बढ़ा है। हाल के वर्षों में किए गए प्रयासों के कारण हरियाली का स्तर बढ़ा है।’’
आदित्यनाथ ने हिंडन नदी के पुनरुद्धार, ‘एक पेड़ मां के नाम’’ अभियान के तहत बड़े पैमाने पर पौधारोपण अभियान और रोजगारोन्मुखी विकास पहलों के बारे में भी बात की।
उन्होंने कहा कि ‘‘डबल इंजन’’ सरकार प्रगति की इस यात्रा को जारी रखेगी और जनप्रतिनिधियों के सभी सुझावों और पहलों को जमीनी स्तर पर लागू किया जाएगा।
संवाददाता सम्मेलन के दौरान राज्य मंत्री सुनील कुमार शर्मा, असीम अरुण, नरेंद्र कश्यप, गाजियाबाद सांसद अतुल गर्ग, बागपत सांसद राजकुमार सांगवान, महापौर सुनीता दयाल और विधायक संजीव शर्मा, मंजू सिवाच और नंदकिशोर गुर्जर भी मौजूद थे।
भाषा जफर रवि कांत खारी
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