नयी दिल्ली, 26 जून (भाषा) भारत ने ईरान-इजराइल संघर्ष के बाद ‘ऑपरेशन सिंधू’ के तहत ईरान से अब तक 14 उड़ानों के जरिये 3400 से अधिक भारतीयों को निकाला है। विदेश मंत्रालय के आंकड़ों से बृहस्पतिवार को यह जानकारी मिली।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपनी साप्ताहिक प्रेसवार्ता में ‘ऑपरेशन सिंधू’ के बारे में पूछे गए प्रश्नों के जबाब में यह भी कहा कि नयी दिल्ली जमीनी स्तर पर स्थिति का आकलन कर रही है और इसके आधार पर निर्णय लिया जाएगा कि अभियान को जारी रखा जाए या नहीं।
जायसवाल से पूछा गया कि क्या ईरान-इजराइल युद्धविराम के बाद भारत ‘ऑपरेशन सिंधू’ जारी रखेगा और अब तक दोनों देशों से निकाले गए कुल भारतीय नागरिकों की संख्या क्या है?
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमने 18 जून को ऑपरेशन सिंधू शुरू किया था। ईरान में भारतीय समुदाय के करीब 10,000 लोग हैं और इजराइल में करीब 40,000 भारतीय नागरिक हैं।’’
उन्होंने संवाददाताओं को बताया, ‘‘ईरान से हमने अब तक 3,426 भारतीय नागरिकों, 11 ओसीआई (भारत के प्रवासी नागरिक) कार्डधारकों, नौ नेपाली नागरिकों और कुछ श्रीलंका के नागरिकों को निकाला है।’’
उन्होंने बताया कि एक ईरानी महिला को भी निकाला गया है, जो एक भारतीय नागरिक की पत्नी है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमने ईरान से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए कुल 14 उड़ानें संचालित कीं।’’
इससे पहले दिन में, विदेश मंत्रालय ने कहा कि ईरान से 272 भारतीय और तीन नेपाली नागरिकों को लेकर एक विशेष विमान ईरानी शहर मशहद से 25-26 जून की दरमियानी रात को दिल्ली पहुंचा।
भारत ने बुधवार को ईरान से 296 भारतीय नागरिकों और चार नेपाली नागरिकों को निकाला था। भारत ने मंगलवार को ईरान और इजराइल से 1,100 से अधिक नागरिकों को निकाला था।
उसने इजराइल से 594 भारतीयों की स्वदेश वापसी कराई जिनमें से 400 से अधिक के लिए भारतीय वायु सेना के सी-17 हेवी-लिफ्ट विमान का उपयोग किया गया।
साथ ही, 161 भारतीयों को अम्मान से एक चार्टर्ड उड़ान में वापस लाया गया। वे सड़क मार्ग से इजराइल से जॉर्डन की राजधानी अम्मान पहुंचे थे।
विदेश मंत्रालय द्वारा साझा किए गए विवरणों के अनुसार, मंगलवार को दो चार्टर्ड उड़ानों में कुल 573 भारतीयों, तीन श्रीलंकाई और दो नेपाली नागरिकों को ईरान से निकाला गया।
इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे के शहरों और सैन्य तथा रणनीतिक ठिकानों पर सैकड़ों मिसाइल और ड्रोन दागे थे।
भारत ने 18 जून से ईरानी शहर मशहद, आर्मेनिया की राजधानी येरेवन और तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात से संचालित चार्टर्ड उड़ानों के जरिए अपने नागरिकों को निकाला है।
भाषा शफीक खारी
खारी