विल्लुपुरम, 27 जून (भाषा) तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीएनसीसी) प्रमुख के. सेल्वापेरुन्थगई ने शुक्रवार को तिंडीवनम के निकट पीएमके नेता डॉ. रामदास के थाइलापुरम आवास पर उनसे मुलाकात की।
राज्य के दो शीर्ष नेताओं की इस मुलाकात से अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राजनीतिक गठबंधन की अटकलें फिर से तेज हो गईं।
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि गठबंधन पर फैसला लेने का अधिकार उनके पास नहीं है और केवल द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ही इस पर फैसला कर सकते हैं।
सेल्वापेरुन्थगई ने पीएमके संस्थापक-अध्यक्ष के थाइलापुरम आवास से बाहर निकलते हुए संवाददाताओं से कहा, “आप गठबंधन के बारे में क्यों जोर दे रहे हैं? मैं यहां डॉ. रामदास से मिलने और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने आया हूं। हमने राजनीति पर चर्चा नहीं की।”
सेल्वापेरुन्थगई ने कहा कि द्रमुक गठबंधन बरकरार है और यह 2026 में फिर से सरकार बनाएगा।
टीएनसीसी प्रमुख ने जोर देकर कहा, “मैं गठबंधन के बारे में बात करने के लिए नहीं मिला था। इस बारे में हमारे गठबंधन के नेता स्टालिन को तय करना है। मैं यहां उनके (डॉ. रामदास ) स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने आया था।”
उन्होंने तमिलनाडु के मदुरै में मुरुगन अनुयाइयों के सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री सीएन अन्नादुरई का ‘अपमान’ करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और हिंदू मुन्नानी के खिलाफ आवाज नहीं उठाने के लिए विपक्षी अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) की आलोचना की।
सेल्वापेरुन्थगई ने कहा, “वे (अन्नाद्रमुक) भाजपा के अधीन हो गए हैं। वे भाजपा की खुलकर आलोचना करने या अन्ना का अपमान करने वालों की निंदा वाला बयान जारी करने से भी डरते हैं।”
भाषा जितेंद्र मनीषा
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