नयी दिल्ली, 27 जून (भाषा) विविध क्षेत्रों में काम करने वाली कंपनी आईटीसी ने उम्मीद जताई है कि वित्त वर्ष 2025-26 में महंगाई समेत भारत के वृहद आर्थिक कारक स्थिर रहेंगे और जीडीपी वृद्धि 6.5 प्रतिशत के आसपास रहेगी।
आईटीसी ने अपनी सालाना रिपोर्ट में शहरी मांग में सुधार के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार खपत बढ़ने की भी उम्मीद जतायी है। यह खपत उच्च मुद्रास्फीति के कारण धीमी हो गई थी।
आईटीसी ने कहा, ”अच्छे मानसून के कारण ग्रामीण मांग में लगातार सुधार के साथ ही मुद्रास्फीति के स्थिर होने और आम बजट में घोषित कर कटौती से खर्च करने योग्य आय बढ़ने से उपभोग व्यय में लगातार वृद्धि की उम्मीद है।”
इसके अलावा, वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी छमाही में पूंजीगत व्यय में वृद्धि, बजट में सरकार द्वारा घोषित पूंजीगत व्यय में वृद्धि और ब्याज दरों में कटौती भी वृद्धि के लिए मददगार होगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, ”भारतीय अर्थव्यवस्था आने वाले वर्षों में तेजी से बढ़ने के लिए तैयार है, जो अनुकूल जनसंख्या संबंधी लाभ, बढ़ती समृद्धि, तेजी से शहरीकरण, डिजिटलीकरण और उद्यमशीलता की भावना जैसे कारकों से प्रेरित है।”
भाषा पाण्डेय रमण
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