जोधपुर, 27 जून (भाषा) केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शुक्रवार को राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता अपने बेटे का राजनीतिक करियर बनाने के लिए ‘संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी’ मामले में उनका नाम घसीटकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश में बुरी तरह नाकाम रहे।
शेखावत ने ‘एक्स’ पर कहा कि यहां तक कि उच्च न्यायालय ने भी उन्हें दोषी नहीं पाया और गहलोत खुद अच्छी तरह जानते हैं कि वह निर्दोष हैं।
गहलोत पिछले चार दिनों से जोधपुर में थे और उन्होंने शेखावत से ‘संजीवनी को-ऑपरेटिव सोसाइटी’ घोटाले की जांच करने का आह्वान किया था, जिसके बाद केंद्रीय मंत्री की यह प्रतिक्रिया आई है।
शेखावत जोधपुर से लोकसभा सदस्य हैं।
गहलोत ने कहा था, “वह (शेखावत) सरकार का हिस्सा हैं और केंद्र में कैबिनेट मंत्री हैं। उन्हें आगे आना चाहिए और हम सभी को इस बारे में बात करनी चाहिए। अगर वह निर्दोष हैं, जैसा कि उन्होंने दावा किया है, तो हमें खुशी होगी।”
उन्होंने कहा था कि अच्छे मुनाफे की उम्मीद में अपना पैसा जमा करने वाले कई लोग लंबे समय से परेशान हैं।
गहलोत ने कहा, “मेरा उद्देश्य किसी को निशाना बनाना नहीं है। मेरी चिंता केवल यह है कि कैसे उनके मुद्दे को हल किया जाए और जो लोग परेशानी में हैं, उन्हें राहत कैसे दी जाए।”
शेखावत ने संजीवनी घोटाले में बार-बार नाम घसीटे जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “अगर मेरा नाम जपने और मेरा पुतला जलाने से आपको भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की भारी जीत के कारण अप्रासंगिक हो चुकी अपनी पार्टी (कांग्रेस) में कुछ प्रासंगिकता हासिल करने में मदद मिलती है, तो मैं इसे भी आपका एक और उपकार मानूंगा।”
भाषा जितेंद्र नरेश
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