नयी दिल्ली, 27 जून (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने एक साइबर अपराध गिरोह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ‘रॉयल टाइगर गैंग’ के कथित सरगना को गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
गिरोह के सदस्य खुद को सरकारी अधिकारी बता कर अमेरिका और कनाडा में पीड़ितों से ठगी करते हैं।
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने मुंबई और अहमदाबाद में पिछले दिन शुरू हुए एक समन्वित तलाशी अभियान के बाद बृहस्पतिवार को मुंबई से प्रिंस जसवंतलाल आनंद को गिरफ्तार किया।
गिरोह का कथित सरगना आनंद ऐशो-आराम की जिंदगी जीता था, जिससे अंतत: उसका भंडाफोड़ हो गया।
उसके ठिकाने पर ली गई तलाशी में एक अत्याधुनिक संगठित प्रणाली का भंडाफोड़ हुआ, जिसका इस्तेमाल साइबर धोखाधड़ी के लिए किया जाता था, जिसमें दूरसंचार अवसंरचना, ठगी की पटकथा और जाली पहचान सामग्री शामिल थी। इनमें कनाडाई कानून प्रवर्तन अधिकारियों के जाली पहचान पत्र भी शामिल हैं।
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया, ‘‘आरोपी (आनंद) के पास से लगभग 45,000 अमेरिकी डॉलर मूल्य की डिजिटल संपत्ति जब्त की गई।’’ यह कार्रवाई साइबर अपराध नेटवर्क के खिलाफ सीबीआई की जारी कार्रवाई ‘ऑपरेशन चक्र पांच’ के तहत की गई।
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि ‘यूनाइटेड स्टेट्स फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन’ (एफसीसी) ने पहले ही आरोपी (आनंद) द्वारा संचालित ‘रॉयल टाइगर गैंग’ की पहचान एक बड़े खतरे के रूप में की थी।
जांचकर्ताओं का आरोप है कि आनंद और उसके सहयोगी खुद को सरकारी संस्थानों और वित्तीय संस्थाओं के अधिकारी बताते हुए भय और भ्रम का माहौल बनाकर पीड़ितों से पैसे ऐंठते थे।
भाषा सुभाष दिलीप
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