रुद्रप्रयाग, 27 जून (भाषा) उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में घोलतीर के पास हुई मिनी बस दुर्घटना में लापता लोगों की तलाश के लिए संचालित किए जा रहे अभियान के दौरान शुक्रवार को अलकनंदा नदी से एक और शव बरामद हुआ जिससे हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गयी। पुलिस ने यह जानकारी दी।
रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे ने बताया कि इस दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गयी है तथा आठ लापता लोगों की तलाश की जा रही है।
उन्होंने बताया कि चौथे शव की पहचान राजस्थान के उदयपुर के संजय सोनी (55) के रूप में हुई है। बृहस्पतिवार को तीन शव बरामद किये गये थे।
गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के श्रद्धालुओं को लेकर बृहस्पतिवार सुबह बदरीनाथ जा रही एक मिनी बस रुद्रप्रयाग और गौचर के बीच अनियंत्रित होकर उफनती अलकनंदा नदी में समा गयी थी।
अधिकारियों के मुताबिक दुर्घटना के समय मिनी बस में चालक समेत 20 लोग सवार थे जिनमें से आठ अब भी लापता हैं जिनकी तलाश की जा रही है ।
प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने देहरादून में बताया कि अलकनंदा में यात्रियों के साथ समा गयी बस का भी अभी तक कुछ पता नहीं चला है।
उन्होंने कहा, ‘‘ नदी उफान पर है, इसका पानी मटमैला है और बस का अभी तक पता नहीं चल पाया है । हो सकता है कि बस नदी की तेज धाराओं के साथ बह गयी हो।’’
सुमन ने कहा कि राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), पुलिस, जिला आपदा प्रबंधन टीम और अग्निशमन की छह टीमें लगातार युद्धस्तर पर लापता लोगों की तलाश कर रही हैं।
एसडीआरएफ की गोताखोर टीम के एक सदस्य ने कहा कि नदी के प्रचंड वेग के कारण फिलहाल उसमें गोता लगाना संभव नहीं है । उन्होंने कहा, ‘‘बस या लापता लोगों की तलाश भी मुश्किल है क्योंकि मटमैले पानी में कुछ स्पष्ट दिखाई भी नहीं देता।’’
पुलिस के मुताबिक हादसे में आठ लोग घायल हुए थे जिनमें चार की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें ‘एयर एंबुलेंस’ से एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया था ।
इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हादसे में घायल हुए लोगों का हाल-चाल जानने के लिए एम्स ऋषिकेश पहुंचे और चिकित्सकों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली ।
उन्होंने चिकित्सकों को सभी घायलों का समुचित और त्वरित उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए । मुख्यमंत्री ने घायलों और उनके परिजनों को राज्य सरकार की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया।
भाषा सं दीप्ति शोभना
शोभना