(ग्राफिक्स के साथ)
मुंबई, 27 जून (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 22 पैसे चढ़कर 85.50 पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों के निवेश प्रवाह और घरेलू शेयर बाजारों में तेजी के साथ रुपये में मजबूती आई।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अमेरिकी मुद्रा सूचकांक के निचले स्तर ने भी रुपये का समर्थन किया। हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में तेजी ने इसकी बढ़त को सीमित कर दिया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध आधार पर 12,594.38 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीद की।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, डॉलर के मुकाबले रुपया 85.50 पर खुला और 85.43-85.65 के दायरे में कारोबार करने के बाद अंत में 85.50 पर बंद हुआ, जो पिछले बंद से 22 पैसे की तेजी है।
बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 36 पैसे बढ़कर 85.72 पर बंद हुआ था।
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, ‘‘एफआईआई निवेश प्रवाह और गिरते डॉलर सूचकांक ने रुपये को ऊपर जाने में मदद की।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नौ जुलाई को ट्रंप शुल्क की तारीख तेजी से नजदीक आ रही है और… बाजार अनिश्चितता से घिरा हुआ है। इसलिए, अगले हफ्ते रुपये के 86 पर पहुंचने की संभावना है।’’
छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.10 प्रतिशत बढ़कर 97.24 पर पहुंच गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड पिछले सत्र में गिरावट के बाद वायदा कारोबार में 0.72 प्रतिशत बढ़कर 68.22 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
इस बीच, घरेलू शेयर बाजार में सेंसेक्स 303.03 अंक चढ़कर 84,058.90 और निफ्टी 88.80 अंक बढ़कर 25,637.80 पर बंद हुआ।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी के अनुसार, अमेरिका से निराशाजनक जीडीपी आंकड़ों के कारण अमेरिकी डॉलर में गिरावट आई। हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में मामूली सुधार ने तेज बढ़त को रोक दिया।
उन्होंने कहा, “डॉलर-रुपया हाजिर कीमत 85.15 रुपये से 85.80 रुपये के बीच रह सकती है।”
भाषा अनुराग रमण
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