नयी दिल्ली, 27 जून (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि आजादी के बाद भारतीय संविधान के सभी उल्लंघनों के पीछे कांग्रेस का हाथ है। उसने कहा कि विपक्षी दल को ध्यान भटकाने की कोशिश करने के बजाय आपातकाल के दौरान लोगों पर किए गए अत्याचारों के लिए माफी मांगनी चाहिए।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि आपातकाल के दौरान कांग्रेस सरकार द्वारा लोगों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन देश के सामने एक मुद्दा है।
भाजपा की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में सामने आई है, जब कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले की इस टिप्पणी की निंदा की है कि आपातकाल के दौरान संविधान की प्रस्तावना में जोड़े गए ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्दों पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए, क्योंकि ये बीआर आंबेडकर द्वारा तैयार किए गए संविधान के मूल संस्करण का हिस्सा नहीं थे।
त्रिवेदी ने कहा, “भाजपा आपातकाल के दौरान कांग्रेस सरकार द्वारा लोगों के मौलिक अधिकारों के उल्लंघन और उन पर किए गए अत्याचारों का मुद्दा उठाती आई है। वह कहती आई है कि कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। लेकिन पार्टी माफी मांगने को तैयार नहीं है और इसके बजाय मुद्दे से ध्यान भटका रही है।”
उन्होंने कहा, “पिछले 70 वर्षों में संविधान और उसकी भावना के साथ छेड़छाड़ करने के हर कृत्य के पीछे कांग्रेस का हाथ है। कांग्रेस को भ्रम फैलाने के बजाय माफी मांगनी चाहिए।”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने होसबाले की टिप्पणियों को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को आरोप लगाया कि आरएसएस का नकाब फिर से उतर गया है और उसे (संघ को) संविधान नहीं, मनुस्मृति चाहिए।
भाषा पारुल दिलीप
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