नयी दिल्ली, 27 जून (भाषा) प्रसार भारती के अध्यक्ष नवनीत सहगल ने शुक्रवार को पत्रकारों को प्रतिस्पर्धा की दौड़ में घटनाओं को तोड़-मरोड़कर पेश करने के प्रति सचेत करते हुए कहा कि केवल प्रतिद्वंद्वियों से आगे निकलने या प्रसिद्धि पाने की लालसा में घटनाओं को गलत रूप में प्रस्तुत नहीं करना चाहिए।
सहगल ने कहा कि ऐसी प्रवृत्ति से ऐसा नुकसान हो सकता है जिसे बाद में ठीक नहीं किया जा सकता।
यहां पत्रकारिता पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए सहगल ने मीडिया के एक वर्ग द्वारा ऑपरेशन सिंदूर की कवरेज का हवाला दिया, जिसमें लोगों की अपेक्षाएं इस हद तक बढ़ा दीं कि बाद में पत्रकार उन्हें उचित ठहराने में असमर्थ रहे।
उन्होंने मीडिया कवरेज में सावधानी बरतने का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘ऐसा माहौल बना दिया गया कि जैसे (ऑपरेशन सिंदूर के तहत) और कुछ भी हो सकता था, लेकिन वह नहीं हुआ।’’
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सरकार द्वारा उठाया गया एक बड़ा कदम था, जो कल्पना से परे था।
देवऋषि नारद पत्रकार सम्मान-2025 प्रदान करने के लिए आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए सहगल ने कहा, ‘‘कई सरकारों ने कभी सोचा भी नहीं था कि ऑपरेशन सिंदूर जैसा कदम उठाया जा सकता है। लेकिन कुछ पत्रकारों ने इसे ऐसे प्रस्तुत किया जैसे कुछ हुआ ही नहीं हो।’’
सहगल ने कहा, ‘‘पत्रकारों को खबरों को सनसनीखेज बनाने की प्रवृत्ति से बचना चाहिए। इस तरह का दृष्टिकोण पेशे का अपमान करने के बराबर है। पत्रकारिता एजेंडा से प्रेरित नहीं हो सकती। पत्रकारिता को निर्भीकता, निष्पक्षता और राष्ट्रवाद के मानदंडों पर परखा जाना चाहिए।’’
भाषा रंजन पवनेश
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