नयी दिल्ली, 27 जून (भाषा) देश में डाकघर अगस्त से काउंटरों पर डिजिटल भुगतान स्वीकार करना शुरू कर देंगे। आईटी व्यवस्था में एक नए एप्लिकेशन का क्रियान्वयन के बाद यह कदम उठाया जाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
फिलहाल डाकघर डिजिटल भुगतान स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि उनके खाते यूपीआई (यूनिक पेमेंट इंटरफेस) प्रणाली से जुड़े नहीं हैं।
आधिकारिक सूत्र ने पीटीआई-भाषा से कहा, “डाक विभाग अपने सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) ढांचे को लागू कर रहा है, जिसमें नए एप्लिकेशन होंगे जो क्यूआर कोड के साथ लेनदेन करने में सक्षम होंगे। अगस्त, 2025 तक सभी डाकघरों में क्रियान्वयन पूरा हो जाएगा।”
‘आईटी 2.0’ के तहत नई प्रणाली का परीक्षण के तौर पर उपयोग कर्नाटक सर्कल में शुरू किया गया है। मैसूर मुख्यालय (एचओ), बागलकोट मुख्यालय और इसके अधीनस्थ कार्यालयों में मेल उत्पादों की क्यूआर-आधारित बुकिंग सफलतापूर्वक की गई।
शुरुआत में, डाक विभाग ने डिजिटल लेनदेन को सक्षम करने के लिए डाकघरों के बिक्री केंद्रों पर स्थिर क्यूआर कोड की शुरुआत की थी।
हालांकि, बार-बार होने वाली तकनीकी कठिनाइयों और ग्राहकों की शिकायतों के कारण इसे बंद करना पड़ा।
भाषा अनुराग रमण
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