चामराजनगर (कर्नाटक), 28 जून (भाषा) कर्नाटक के माले महादेश्वर हिल्स के हुग्यम वन क्षेत्र में एक बाघिन और उसके चार शावकों की जहर देकर मारने के आरोप में शनिवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। वन अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
वन विभाग ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि एक व्यक्ति ने बदला लेने की नीयत से ऐसा किया, जिसकी गाय को जंगली जानवरों ने मार डाला था।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों में माडा उर्फ माडुराजु नामक व्यक्ति भी शामिल है जिसने अपनी मृत गाय के ऊपर जहर छिड़का था और बाद में उसी गाय को खाने के बाद बाघिन तथा उसके शावकों की मौत हो गई।
बाघिन और उसके शावक बृहस्पतिवार को मृत अवस्था में मिले थे।
जांच में खुलासा हुआ कि उनकी मौत जहर खाने से हुई है जिसके बाद पूरे राज्य में आक्रोश फैल गया।
वन अधिकारियों के अनुसार, माडुराजु अपनी गाय ‘केन्ची’ के जंगली जानवरों द्वारा मारे जाने से बेहद नाराज था, लिहाजा उसने बदले की भावना से मृत गाय पर जहर छिड़क दिया। माना जा रहा है कि इस कृत्य में उसका मित्र नागराजु भी शामिल था।
सूत्रों के मुताबिक, गाय को मारने वाली बाघिन बाद में अपने शावकों के साथ फिर से उसे खाने के लिए लौटी और जहर खाने के बाद उन सभी की मौत हो गई।
दोनों आरोपियों को चामराजनगर जिले के हनूर तालुक स्थित मीन्यम के ‘अरण्य भवन’ ले जाया गया है, जहां उनसे पूछताछ जारी है।
जांच के दौरान माडुराजु के पिता शिवन्ना ने पुलिस से संपर्क कर दावा किया कि वह बाघिन और शावकों की मौत का जिम्मेदार है। हालांकि, जांच में यह स्पष्ट हुआ कि उन्हें मारने के लिए उसका बेटा जिम्मेदार है, जिसके बाद शिवन्ना को छोड़ दिया गया।
इस घटना को लेकर राज्य में वन्यजीव संरक्षण को लेकर सरकार की लापरवाही पर तीखी राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं। विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य सरकार पर वन्यजीव सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया है।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मामले में रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की बात कही है, वहीं राज्य के वन मंत्री ईश्वर खंड्रे ने कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक में कुल 563 बाघ हैं। मध्यप्रदेश के बाद देश में बाघों की सबसे अधिक संख्या कर्नाटक में हैं।
भाषा राखी जोहेब
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