नॉटिंघम, 28 जून (भाषा) भारत ने कार्यवाहक कप्तान स्मृति मंधाना (112) के पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय शतक की बदौलत शनिवार को यहां पांच मैचों की श्रृंखला के पहले मुकाबले में इंग्लैंड के खिलाफ पांच विकेट पर 210 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
मंधाना ने शुरू से ही आक्रामक रवैया अख्तियार किया और 62 गेंद का सामना करते हुए अपनी पारी में 15 चौके और तीन छक्के लगाए। उनकी यह पारी टी20 अंतरराष्ट्रीय में भारत की सर्वश्रेष्ठ पारी है। मंधाना ने इस तरह हरमनप्रीत कौर की 103 रन की पारी को पीछे छोड़ दिया।
मंधाना के अलावा हरलीन देओल ने 43 रन और शेफाली वर्मा ने 20 रन का योगदान दिया।
नियमित कप्तान हरमनप्रीत की अनुपस्थिति में टीम की अगुआई कर रही मंधाना और शेफाली ने पहले विकेट के लिए 8.3 ओवर में 77 रन की भागीदारी निभाई।
शेफाली के आउट होने के बाद भी मंधाना इसी लय में बल्लेबाजी करती रहीं और उन्होंने हरलीन (23 गेंद) के साथ 94 रन की साझेदारी निभाई। ऑफ स्पिनर एलिस कैप्से की गेंद पर डैनी वाट होज ने 26 रन पर हरलीन को जीवनदान दिया।
मंधाना ने इंग्लैंड की गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया और उन्होंने चौथे ओवर में बाएं हाथ की स्पिनर लिन्सी स्मिथ की गेंदों पर तीन चौके जड़ दिए। उन्होंने सातवें ओवर में बाएं हाथ की स्पिनर सोफी एक्लेस्टोन की गेंदों पर दो छक्के जड़े।
वहीं दूसरी छोर पर देओल ने स्वीप शॉट से बाउंड्री लगाई, पर वह लॉरेन बेल का शिकार बन गईं।
मंधाना जल्द ही 87 रन तक पहुंच गई जो टी20 में उनका पिछला सर्वश्रेष्ठ स्कोर था। इसके बाद उन्होंने अपने करियर में पहली बार तीन अंकों का आंकड़ा छुआ। उन्होंने तेज गेंदबाज बेल पर लगातार दो चौके जड़कर शतक पूरा किया।
मंधाना अंतिम ओवर में एक्लेस्टोन की गेंद पर आउट हुईं।
लॉरेन बेल इंग्लैंड के लिए सबसे सफल गेंदबाज रहीं जिन्होंने 18वें ओवर में रिचा घोष (12) और जेमिमा रोड्रिग्स (0) को आउट करके घरेलू टीम को कुछ राहत पहुंचाई।
लेकिन तब तक भारत मजबूत स्थिति में पहुंच चुका था।
हरमनप्रीत अभ्यास मैच के दौरान सिर पर लगी चोट के कारण एहतियात के तौर पर इस मैच में नहीं खेली।
भाषा
नमिता आनन्द
आनन्द