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Sunday, June 29, 2025

वैश्विक चुनौतियों के समाधान में भारत अब प्रमुख साझेदार: मुख्यमंत्री सैनी

Newsवैश्विक चुनौतियों के समाधान में भारत अब प्रमुख साझेदार: मुख्यमंत्री सैनी

(तस्वीर के साथ)

गुरुग्राम, 28 जून (भाषा) हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को कहा कि भारत अब दुनिया से मदद मांगने वाला देश नहीं रहा, बल्कि वह वैश्विक चुनौतियों के समाधान में प्रमुख साझेदार बन गया है।

उन्होंने गुरुग्राम में आयोजित युवा संसद को संबोधित करते हुए कहा कि भारत अब रक्षा, डिजिटल प्रौद्योगिकी, स्टार्टअप, हरित ऊर्जा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और सेमीकंडक्टर मिशन जैसे क्षेत्रों में वैश्विक नेता के रूप में उभर रहा है।

एक आधिकारिक बयान के मुताबिक सैनी ने कहा कि युवा संसद लोकतंत्र का उत्सव और नीति-निर्माण के लिए एक जीवंत प्रयोगशाला है।

सैनी ने गुरुग्राम विश्वविद्यालय में देश में आपातकाल के 50 साल पूरे होने के अवसर पर शनिवार को आयोजित महिला संसद को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं ने आपातकाल के दौरान लोकतंत्र सेनानियों के समान अत्याचार सहे और उस दौर का बहादुरी से सामना किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के रक्षक के रूप में महिलाओं के योगदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने महिला संसद की कार्यवाही का अवलोकन किया और आपातकाल के दौरान महिलाओं के साहस और बलिदान को नमन किया।

उन्होंने लोकतंत्र सेनानी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष महावीर भारद्वाज, एसबी गुप्ता और श्रीचंद गुप्ता सहित कई लोकतंत्र सेनानियों को तत्कालीन सरकार की कार्रवाइयों के खिलाफ खड़े होने में उनकी भूमिका के लिए सम्मानित भी किया।

सैनी ने कहा कि आपातकाल राजनीतिक अस्थिरता या प्राकृतिक आपदा की अनुपस्थिति के बावजूद लगाया गया था। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर ‘‘स्वार्थ और संकीर्ण मानसिकता’’ के कारण इसे लागू करने का आरोप लगाया।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘आपातकाल ने न केवल राजनीतिक अधिकारों का उल्लंघन किया, बल्कि महिलाओं की स्वतंत्रता, सम्मान और अधिकारों पर भी क्रूर हमला किया। कई महिलाओं को जेल में बंद कर दिया गया, उनकी आवाज़ दबा दी गई और उन्हें सिर्फ़ इसलिए घरों में कैद कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने सरकारी अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई थी। यह एक ऐसा दौर था जब लोकतंत्र और महिलाओं की गरिमा दोनों को कुचला गया था।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि आपातकाल के दौरान संविधान को रौंदा गया और एक परिवार के हितों की रक्षा के लिए देश को जेल में तब्दील कर दिया गया।

सैनी ने आपातकाल का विरोध करने वालों के बलिदान को मान्यता देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनकी कहानियों को सार्वजनिक विर्मश में लाने का प्रयास किया है।

भाषा धीरज Yasir पवनेश

पवनेश

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