तिरुवनंतपुरम, 28 जून (भाषा) केरल के विभिन्न भागों में भारी बारिश के कारण कई नदियों में पानी खतरनाक स्तर तक बढ़ गया, जिसके कारण निचले इलाकों और नदी तटों पर रहने वाले सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
राज्य के पलक्कड़ और पथानामथिट्टा जिलों में कुछ बांधों के फाटक भी अतिरिक्त पानी निकालने के लिए दिन में खोले गए।
बारिश जारी रहने के कारण भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य के सात जिलों (पथानामथिट्टा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, मलप्पुरम और वायनाड) में आज के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
ऑरेंज अलर्ट 11 सेंटीमीटर से 20 सेमी तक बहुत भारी बारिश का संकेत देता है। आने वाले दिनों में राज्य में बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं।
इस बीच भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (आईएनसीओआईएस) ने कहा कि शनिवार और रविवार को केरल तट पर दो से तीन मीटर ऊंची लहरें उठने की आशंका है और मछुआरों तथा तटीय निवासियों से सतर्क रहने तथा इस दौरान छोटी नावों, नौकाओं या मछली पकड़ने वाले जहाजों को समुद्र में ले जाने से बचने का आग्रह किया गया है।
पिछले कुछ दिनों में राज्य में हुई बारिश के कारण विभिन्न नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है और सैकड़ों लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए हैं। पिछले कुछ दिनों में राज्य में वायनाड जिले के बाणासुर सागर और पथानामथिट्टा जिले के मूझियार जैसे कुछ बांधों के शटर भी खोलने पड़े हैं।
जिला प्रशासन ने बताया कि जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश के कारण जलस्तर बढ़ने के बाद शनिवार को पलक्कड़ में कंजिरापुझा, मालमपुझा और मीनकारा सहित विभिन्न बांधों के द्वार खोल दिए गए।
इसके अलावा इडुक्की जिले के अधिकारी मुल्लापेरियार बांध के संभावित द्वार खोलने की तैयारी कर रहे हैं, क्योंकि शुक्रवार को तमिलनाडु के अधिकारियों ने संकेत दिया था कि जल स्तर 136 फीट तक पहुंचने पर वे बांध के द्वार खोल सकते हैं।
एहतियात के तौर पर, जिला प्रशासन ने शुक्रवार को निचले इलाकों में रहने वाले 883 परिवारों के 3,220 लोगों को निकालने की व्यवस्था पूरी कर ली, जिनमें पेरियार, मंजुमाला, उप्पुथुरा, एलाप्पारा, अय्यप्पनकोविल, कांचियार, आनाविलासम और उडुम्बनचोला जैसे गांव शामिल हैं।
भाषा
शुभम रंजन
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