गुवाहाटी, 28 जून (भाषा) असम के पत्रकारों ने शनिवार को राज्य के एक कैबिनेट मंत्री द्वारा एक स्थानीय टेलीविजन चैनल के रिपोर्टर के खिलाफ अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल को लेकर विरोध प्रदर्शन किया, जबकि मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने अपने सहयोगी के किसी भी अपमानजनक बयान के लिए माफी मांगी।
राज्य के आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री जयंत मल्ला बरुआ ने शुक्रवार को एक स्थानीय समाचार सैटेलाइट चैनल के रिपोर्टर द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया था। भाजपा नेता का सरकारी डेयरी प्रोत्साहन योजना के धन के आवंटन और अपनी पत्नी के स्वामित्व वाली एक फर्म के नाम पर राज्य द्वारा वित्त पोषित परियोजना से गिर गायों की खरीद को लेकर चैनल से विवाद चल रहा है।
संवाददाता सम्मेलन में बरुआ ने कहा था कि वह रिपोर्टर जैसे ‘निम्न-वर्ग’ के लोगों को जवाब नहीं देंगे और चैनल ‘प्रतिदिन टाइम’ के मालिक को जवाब देंगे।
गुवाहाटी स्थित पत्रकारों ने गुवाहाटी प्रेस क्लब (जीपीसी) द्वारा आयोजित एक विरोध प्रदर्शन में भाग लिया और विभिन्न दलों के नेताओं द्वारा पत्रकारों के साथ बार-बार किए जाने वाले ऐसे अपमानजनक व्यवहार की निंदा की।
नवीनतम घटना का उल्लेख करते हुए प्रदर्शनकारी पत्रकारों ने मंत्री से माफी मांगने तथा सभी पक्षों से आश्वासन की मांग की कि मीडियाकर्मियों के साथ इस तरह के दुर्व्यवहार की पुनरावृत्ति नहीं होगी।
शिवसागर, सामगुरी और डिब्रूगढ़ सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में पत्रकारों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया तथा पत्रकारों ने काले बिल्ले लगाए और मंत्री के खिलाफ नारे लगाए।
बरुआ के बयान पर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा, ‘यदि उन्होंने किसी पत्रकार के लिए कुछ अपमानजनक कहा है, तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए। मैं खुद उनसे ऐसा करने के लिए कहूंगा, क्योंकि पत्रकार हमारे राजनीतिक झगड़े का हिस्सा नहीं हैं।’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं इसके लिए माफी भी मांगता हूं, हालांकि मैंने नहीं सुना कि उन्होंने क्या कहा।’
उन्होंने कहा कि यदि बरुआ ने कुछ भी बुरा कहा है, तो यह ‘जुबान फिसलने’ के कारण हुआ होगा, क्योंकि वह स्वयं एक साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं।
शर्मा ने कहा, ‘आप (पत्रकार) उन्हें अच्छी तरह जानते हैं। वह स्वयं भी सामान्य पृष्ठभूमि से आते हैं। हम सभी ऐसे ही हैं।’
भाषा
शुभम दिलीप
दिलीप