लखनऊ, 28 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश में आगामी जुलाई माह में आयोजित होने जा रहे वन महोत्सव की तैयारियों की गहन समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक की और अधिकारियों को इस अभियान को प्रदेशव्यापी जनांदोलन का रूप देने के निर्देश दिए। एक बयान में यह जानकारी दी गई।
एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने ‘वृक्षारोपण महाभियान-2025’ का लोगो जारी करते हुए कहा कि इस बार हमारा एक दिन में प्रदेश की कुल जनसंख्या से भी अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य है।
उन्होंने कहा,‘‘ ‘एक पेड़ मां के नाम’ थीम पर आधारित इस वृक्षारोपण महाअभियान में हमारा सामूहिक प्रयास प्रदेश को ‘हीटवेव’ से ‘ग्रीनवेव’ की ओर ले जा रहा है।’’
उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 से 2024 के बीच प्रदेश में 204.92 करोड़ से अधिक पौधे रोपे जा चुके हैं और भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून की रिपोर्ट के अनुसार 2017 से 2023 के बीच उत्तर प्रदेश के हरित आवरण में ऐतिहासिक रूप से तीन लाख एकड़ की वृद्धि दर्ज की गई है जो व्यापक जनसहभागिता से ही संभव हुआ है।
मुख्यमंत्री ने इस वर्ष वन महोत्सव में एक पहल की घोषणा करते हुए कहा कि वन महोत्सव की अवधि में जन्म लेने वाले प्रत्येक नवजात शिशु को ‘ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट’ प्रदान किया जाए, साथ ही शिशु के अभिभावकों को एक पौधा भी भेंट किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार वन महोत्सव में कुल 35 करोड़ पौधे रोपे जाने हैं, जो उत्तर प्रदेश की कुल आबादी से भी अधिक होगी।
उन्होंने इसे एक बड़ा पर्यावरणीय आयोजन बताते हुए कहा कि इसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी जाए और ‘पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ’ के संदेश को जन-जन तक पहुंचाया जाए।
कार्ययोजना के संबंध में अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस बार वन विभाग द्वारा 12 करोड़ 60 लाख पौधे तथा अन्य विभागों द्वारा 22 करोड़ 40 लाख पौधे लगाए जाएंगे।
पौधों की आपूर्ति के लिए 1901 वन विभाग की पौधशालाओं, 146 उद्यान विभाग की पौधशालाओं, 55 रेशम विभाग की पौधशालाओं तथा 484 निजी पौधशालाओं में कुल 52 करोड़ 43 लाख पौधों की नर्सरी तैयार की गई है।
उन्होंने निर्देश दिया कि सभी निराश्रित गो-आश्रय स्थलों में नीम, पाकड़, पीपल जैसे वृक्षों का रोपण प्राथमिकता से किया जाए जो गोवंश के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने एक्सप्रेस-वे के किनारे वृक्षारोपण का विशेष निर्देश देते हुए कहा कि गोरखपुर लिंक, पूर्वांचल, बुंदेलखंड, आगरा-लखनऊ और गंगा एक्सप्रेस-वे के किनारे वृहद स्तर पर वृक्षारोपण कराया जाए, जिससे सर्विस लेन और मुख्य मार्गों के बीच आकर्षक हरित पट्टी तैयार हो सके।
उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के सभी लाभार्थियों से कम से कम एक पौधा अवश्य लगवाने के लिए समन्वय की आवश्यकता जताई और कहा कि प्रत्येक ग्राम सचिवालय, कृषि विज्ञान केंद्रों तथा सार्वजनिक संस्थानों को भी पौधरोपण लक्ष्य से जोड़ा जाए। भाषा जफर शोभना
शोभना