नयी दिल्ली, 28 जून (भाषा) सेना के एक शीर्ष अधिकारी ने शनिवार को कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान शत्रु को ‘‘जबरदस्त क्षति’’ पहुंचाई गई और संघर्ष के वे 88 घंटे दुश्मन को हुए नुकसान के बारे में बहुत कुछ बताते हैं क्योंकि ‘‘कोई भी स्वाभिमानी राष्ट्र या सशस्त्र सेना इतने कम समय में आत्मसमर्पण नहीं करेगी।’’
यहां आयोजित एक कार्यक्रम में संवाद के दौरान एकीकृत रक्षा स्टाफ के प्रमुख (सीआईएससी) एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों का आधुनिकीकरण ‘‘पटरी पर’’ है और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल में भारत के महत्वाकांक्षी पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट – उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) के डिजाइन और उत्पादन के लिए ‘‘निष्पादन मॉडल’’ को मंजूरी दी है।
चीन द्वारा पाकिस्तान को पांचवीं पीढ़ी के जे-35 स्टील्थ जेट की आपूर्ति की रिपोर्ट के बारे में पूछे गए सवाल पर दीक्षित ने कहा, ‘‘हमें इस खबर की जानकारी है और हम इस पर करीबी नजर रख रहे हैं।’’
दीक्षित ‘सीएनएन न्यूज 18 टाउन हॉल: द डिफेंस एडिशन’ में आयोजित ‘द एज ऑफ मॉडर्न वारफेयर’ सत्र को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारतीय सेना को पाकिस्तानी सेना द्वारा विकसित की जा रही क्षमताओं के विरुद्ध ‘‘सुरक्षा और आक्रमण’’ की क्षमताएं विकसित करनी होंगी।
भाषा शफीक संतोष
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