हैदराबाद, 28 जून (भाषा) तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद स्थित तेलुगु समाचार चैनल महा न्यूज के कार्यालय पर शनिवार अपराह्न कथित तौर पर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस)के कार्यकर्ताओं ने पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव के खिलाफ बहस आयोजित करने पर हमला किया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि बीआरएस के करीब 20 कार्यकर्ताओं ने कार्यालय परिसर में कार, कंप्यूटर प्रणालियों और अन्य चीजों को क्षतिग्रस्त किया तथा चैनल के एक कर्मचारी को इस घटना में मामूली चोटें आईं।
उसने बताया कि जबरन परिसर में दाखिल होने, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
बीआरएस विधान पार्षद (एमएलसी) श्रवण दासोजू ने कहा कि इस मामले में कानून अपना काम करेगा।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने चैनल कार्यालय पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में इस तरह के हमले को उचित नहीं ठहराया जा सकता।
इसी प्रकार पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण और कई अन्य नेताओं ने भी हमले की निंदा की।
नायडू ने कहा कि मीडिया कार्यालयों पर इस तरह के हमलों का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि हमलों और धमकियों के जरिए मीडिया को नियंत्रित करने की कोशिश न्यायोचित नहीं है।
कल्याण ने कहा कि मीडिया में प्रकाशित या प्रसारित समाचारों और रिपोर्ट पर आपत्ति व्यक्त करने का एक तरीका होता है। उन्होंने तेलंगाना सरकार से हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई करने की अपील की।
तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने कहा कि राज्य सरकार ‘महा न्यूज मीडिया कार्यालय पर हुए जघन्य हमले’ की कड़ी निंदा करती है। उन्होंने कहा कि इस तरह के अमानवीय और अलोकतांत्रिक कृत्य हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों और मीडिया की स्वतंत्रता पर प्रहार करते हैं।
उन्होंने कहा कि भीड़ हिंसा का नागरिक समाज में कोई स्थान नहीं है और यह हैदराबाद की शांतिपूर्ण विरासत के खिलाफ है तथा राज्य सरकार किसी को भी इस तरह की शर्मनाक कार्रवाई से तेलंगाना की छवि खराब करने की इजाजत नहीं देगी।
विक्रमार्क ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘मैंने व्यक्तिगत रूप से घटना की समीक्षा की है। पुलिस सभी प्रासंगिक साक्ष्य एकत्र कर रही है, और मैं जनता को आश्वस्त करता हूं कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सरकार मूकदर्शक बनकर नहीं रहेगी।’’
श्रवण दासोजू ने बीआरएस कार्यकर्ताओं द्वारा समाचार चैनल कार्यालय पर हमला करने के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए सवाल किया कि क्या (बीआरएस नेता के टी रामा राव पर) अपमानजनक और झूठा हमला करना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘भारतीय फौजदारी कानून किसी भी तरह के शारीरिक या मानसिक हमले की इजाजत नहीं देता है। इसलिए, जो लड़के केटीआर पर महा टीवी द्वारा किए गए निंदनीय, झूठे, दुर्भावनापूर्ण हमले को देखकर भावुक हो गए थे, वे वहां गए होंगे। कानून को अपना काम करने दें।’’
दासोजू ने सवाल किया, ‘‘लेकिन अब महा टीवी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कौन करेगा?’’
बीआरएस नेताओं ने हैदराबाद के साइबर अपराध पुलिस से महा न्यूज चैनल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और पार्टी अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव, बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव और उनके परिवार के सदस्यों के चरित्र हनन को लक्षित करते हुए ‘‘अत्यधिक अपमानजनक और दुर्भावनापूर्ण प्रसारण’’ करने का आरोप लगाया।
भाषा धीरज संतोष
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