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Sunday, June 29, 2025

कोलकाता विधि छात्रा सामूहिक बलात्कार प्रकरण: चौथा आरोपी गिरफ्तार, एसआईटी गठित

Newsकोलकाता विधि छात्रा सामूहिक बलात्कार प्रकरण: चौथा आरोपी गिरफ्तार, एसआईटी गठित

(तस्वीरों के साथ)

कोलकाता/पटना, 28 जून (भाषा) पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता स्थित एक विधि महाविद्यालय की प्रथम वर्ष की छात्रा से इस सप्ताह की शुरुआत में कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किए जाने के मामले में पुलिस ने शनिवार को चौथे आरोपी एक सुरक्षा गार्ड को गिरफ्तार किया।अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

वहीं, इस घटना को लेकर बढ़ते जन आक्रोश के बीच कोलकाता पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।

एक अधिकारी ने बताया कि 25 जून को दक्षिण कलकत्ता लॉ कॉलेज परिसर में गार्ड रूम के अंदर हुए अपराध में अबतक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

उन्होंने बताया कि दिन में शिकायतकर्ता को अपराध का नाट्य रूपांतरण करने के लिए महाविद्यालय ले जाया गया।

कोलकाता पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक सहायक आयुक्त स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया, हालांकि घटना को लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

इस बीच, तनाव तब बढ़ गया जब पुलिस ने राज्य की मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)के विरोध मार्च को महाविद्यालय जाने से रोक दिया और पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख सुकांत मजूमदार और कई अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया।

भाजपा ने राज्य सरकार पर परिसर में सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहने का आरोप लगाया और कथित सामूहिक दुष्कर्म की घटना के दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।

अधिकारी ने बताया कि महाविद्यालय के गार्ड को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था, जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षा गार्ड को आज सुबह गिरफ्तार कर लिया गया, क्योंकि हमने पाया कि उसके जवाब विसंगतियां थीं। महाविद्यालय परिसर में लगे सीसीटीवी में उसकी उपस्थिति दर्ज हुई है।’’

अधिकारी ने बताया कि गार्ड अपना कर्तव्य निवर्हन करने में विफल रहा। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या वह उस समय ड्यूटी पर अकेला था या नहीं।

दक्षिण कलकत्ता विधि महाविद्यालय की 24 वर्षीय पीड़िता के साथ 25 जून को संस्थान के दो वरिष्ठ छात्रों और एक पूर्व छात्र ने गार्ड रूम में कथित तौर पर बलात्कार किया था। पीड़िता की शिकायत के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा, प्रोमित मुखर्जी और जैद अहमद को गिरफ्तार किया।

अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘छात्रा को अपराध का नाट्य रूपांतरण के लिए दिन में महाविद्यालय ले जाया गया। इस पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी की गई और यह दो घंटे से अधिक समय तक चला।’’

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दिन में कोलकाता पुलिस ने छात्रा के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म की जांच के लिए पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। उन्होंने कहा, ‘‘एसआईटी तुरंत अपनी जांच शुरू करेगी।’’

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पुलिस को संदेह है कि विधि महाविद्यालय की छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया, क्योंकि उसने मुख्य आरोपी के विवाह प्रस्ताव को ठुकरा दिया था।

उन्होंने बताया कि पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पूरा अपराध पूर्व नियोजित था या नहीं।

एक जांच अधिकारी ने शनिवार को बताया कि महाविद्यालय से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज से छात्रा की सामूहिक दुष्कर्म के आरोपों की पुष्टि होती है।

उन्होंने बताया कि सात घंटे से अधिक समय की फुटेज (25 जून को अपराह्न 3.30 बजे से रात्रि 10.50 बजे तक) में महाविद्यालय परिसर के आसपास की गतिविधियां दर्ज हुई हैं, जिसमें पीड़िता को गार्ड के कमरे में जबरदस्ती ले जाने की घटना भी शामिल है।

अधिकारी ने कहा, ‘‘सीसीटीवी फुटेज से लड़की के आरोपों की पुष्टि होती है। इसमें तीनों आरोपियों, सुरक्षा गार्ड और पीड़िता की हरकतें दिखाई देती हैं। हम फिलहाल फुटेज की जांच कर रहे हैं।’’

इस बीच, कथित सामूहिक दुष्कर्म की घटना को लेकर राज्य में कई विरोध प्रदर्शन हुए।

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में भाजपा की एक रैली को रोक दिया और उन्हें तथा पार्टी के कई अन्य नेताओं को उस समय हिरासत में ले लिया जब वे शहर के विधि महाविद्यालय तक विरोध मार्च निकालने की कोशिश कर रहे थे।

उन्होंने बताया कि विरोध मार्च को दक्षिण कलकत्ता विधि महाविद्यालय की ओर बढ़ने की अनुमति नहीं दी गई, जहां छात्रा के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई थी।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘रैली को दक्षिण कोलकाता के गरियाहाट चौराहे पर रोक दिया गया और मजूमदार तथा कई अन्य भाजपा नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। उन्हें लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय ले जाया गया।’’

भाजपा ने गरियाहाट चौराहे से कस्बा क्षेत्र में स्थित दक्षिण कलकत्ता विधि महाविद्यालय तक तीन किलोमीटर लंबे विरोध मार्च की योजना बनाई थी।

इस बीच, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संवित पात्रा ने बताया है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने चार सदस्यीय समिति गठित की है जो मामले की जांच करने के लिए राज्य का दौरा करेगी और अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

उन्होंने बताया कि पार्टी की तथ्यान्वेषी समिति में बिप्लब कुमार देब और मनन कुमार मिश्रा, दोनों सांसद और सत्यपाल सिंह और मीनाक्षी लेखी, दोनों पूर्व सांसद को सदस्य बनाया गया है।

नई दिल्ली में भाजपा ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कोलकाता में विधि महाविद्यालय की छात्रा के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले में माफी मांगनी चाहिए और इस्तीफे की पेशकश करनी चाहिए। भाजपा ने दावा किया कि सभी आरोपी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हुए हैं।

मजूमदार ने आरोप लगाया कि ‘‘बंगाल में महिलाओं के लिए कोई सुरक्षा नहीं है और वे बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तरह काम करते हैं।

इस बीच तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी विधायक मदन मित्रा के उस बयान को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर लड़की अपने साथ कुछ दोस्तों को ले जाती तो सामूहिक दुष्कर्म की घटना नहीं होती। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने मित्रा के बयान से खुद को अलग कर लिया है।

केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने पश्चिम बंगाल में विधि छात्रा के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म की घटना की निंदा करते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।

पासवान ने बिहार के पटना में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘बंगाल में स्थिति भयावह हो गई है। हत्या, लूट और बलात्कार की घटनाओं के बिना एक दिन भी नहीं गुजरता। ऐसे ज्यादातर मामलों में अपराधी वहां की सत्ताधारी पार्टी से जुड़े रहे हैं।’’

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग)के सहयोगी पासवान ने दावा किया कि बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी ‘‘अपने विरोधियों पर उंगली उठाने में तेज है, लेकिन अपने घर को व्यवस्थित करने के लिए तैयार नहीं है।’’

भाषा धीरज संतोष

संतोष

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