सिंधुदुर्ग, 29 जून (भाषा) महाराष्ट्र सरकार के मंत्री भरत गोगावले ने दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे आज जहां भी हैं, वहां वह इतनी आसानी नहीं पहुंचे हैं, इसके लिए उन्हें कई आपराधिक मामलों का सामना करना पड़ा, वह जेल गए और वह झगड़ों व ‘हत्या’ जैसी घटनाओं में भी शामिल रहे।
टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए नारायण राणे के पुत्र और राज्य में भाजपा के मंत्री नितेश राणे ने रविवार को कहा कि उनके पिता के खिलाफ किसी भी हत्या से संबंधित कोई पुलिस रिकॉर्ड नहीं है और वह गोगावले से मिलेंगे तथा कुछ तथ्यों के बारे में उनकी समझ को व्यापक बनाएंगे।
शनिवार को सिंधुदुर्ग में एक कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए गोगावले ने कहा, ‘आज हमें जिले में नीलेश राणे के रूप में ताकत मिली है। हमारे (शिवसेना के सावंतवाड़ी विधायक दीपक) केसरकर साहब लड़ाई-झगड़े में नहीं पड़ते। अगर कोई शिवसैनिक हंगामा नहीं करता, तो वह शिवसैनिक नहीं है।’
शिवसेना नेता ने दावा किया, ‘‘एक समय महाराष्ट्र में, चाहे वह नारायण राणे हों या कई अन्य नेता… नारायण राणे आज जिस स्तर पर भी हैं वहां इतनी आसान से नहीं पहुंचे हैं। उन्होंने अपने ऊपर मामले (राणे के खिलाफ आपराधिक मामलों का संदर्भ) लिए, हंगामा किया, जेल गए, झगड़े किए, हत्याओं में शामिल रहे… सबकुछ हुआ।’’
सिंधुदुर्ग-रत्नागिरी के पूर्व सांसद और नारायण राणे के बड़े बेटे नीलेश राणे 2024 के राज्य विधानसभा चुनावों में कुडाल से शिवसेना के विधायक चुने गए।
नारायण राणे वर्तमान में रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य हैं। उन्होंने राज्य में मालवन और कुडाल विधानसभा क्षेत्रों का भी प्रतिनिधित्व किया है।
नारायण राणे पर 1991 में सिंधुदुर्ग के कांग्रेस पदाधिकारी श्रीधर नाइक की हत्या का मामला दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें बरी कर दिया गया था। श्रीधर नाइक शिवसेना (तब अविभाजित) के विधायक वैभव नाइक के चाचा थे, जिन्होंने 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में नारायण राणे को हराया था। तब नारायण राणे कांग्रेस में थे।
गोगावाले की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर नितेश राणे ने कहा, ‘मैंने गोगावाले का भाषण नहीं सुना है। लेकिन मैं उन्हें याद दिला दूं कि नारायण राणे मुख्यमंत्री रह चुके हैं और उनके खिलाफ किसी हत्या से संबंधित कोई पुलिस रिकॉर्ड नहीं है।’
नितेश राणे ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं आज गोगावाले से मिलकर उनकी समझ को व्यापक बनाने की कोशिश करूंगा। नारायण राणे ही थे जिन्होंने शिवसेना के लिए कड़ी मेहनत की और पार्टी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।’
भाषा योगेश रंजन
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