कोलकाता, 29 जून (भाषा) पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में विधि महाविद्यालय की छात्रा से कथित सामूहिक बलात्कार की घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को आरोप लगाया कि ‘‘सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से जुड़े गुंडे राज्य की बेटियों’’ पर अत्याचार कर रहे हैं जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस मुद्दे पर चुप हैं।
उत्तर 24 परगना जिले के पानीहाटी में एक कार्यक्रम से इतर भाजपा नेता ने संवाददाताओं से कहा कि पश्चिम बंगाल, जो कभी देश को रास्ता दिखाता था, अब आरजी कर चिकित्सक के बलात्कार तथा हत्या और अब दक्षिण कोलकाता विधि कॉलेज में एक महिला के साथ कथित सामूहिक बलात्कार जैसी बर्बरता से पूरे देश की ‘‘अंतरात्मा को झकझोर रहा है’’।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस राज्य में रवींद्रनाथ टैगोर, ईश्वर चंद्र विद्यासागर, स्वामी विवेकानंद और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे महापुरुषों का जन्म हुआ, जो राज्य देश को रास्ता दिखाता था, वहां अब सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े और संरक्षित गुंडों द्वारा महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की लगातार घटनाएं हो रही हैं।’’
उन्होंने कहा कि इस मामले में तृणमूल कांग्रेस से जुड़े ‘गुंडों’ की प्रत्यक्ष संलिप्तता के आरोप हैं।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ऐसी घटनाओं ने देश की अंतरात्मा को झकझोर दिया है और महिलाओं की सुरक्षा के बारे में सही सोच रखने वाले देश के हर नागरिक को परेशान कर दिया है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस घटना पर चुप हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमें नहीं पता कि ममता दीदी कब इस पर ध्यान देंगी। लेकिन पश्चिम बंगाल के लोग निश्चित रूप से उन्हें सही संदेश देंगे, जब 2026 के विधानसभा चुनावों में इस क्रूर, निर्दयी और अमानवीय सरकार को सत्ता से हटा दिया जाएगा।’’
प्रधान ने कहा कि राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी सदन में राज्य में अराजकता का खुलासा करेंगे, जबकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के माध्यम से लोगों की समस्याओं को उठाएंगे।
बाद में, भाजपा के करीबी शिक्षाविदों की मौजूदगी में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधान ने कहा कि परिसर की सुरक्षा राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में है।
उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों के परिसरों की उचित निगरानी, अवांछित तत्वों के प्रवेश को रोकने तथा कार्यालय समय के दौरान बाहरी लोगों के प्रवेश को विनियमित करने का आह्वान किया।
उन्होंने पूछा, ‘‘ऐसी खबरें हैं कि इसमें शामिल लोग तृणमूल कांग्रेस छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारी हैं। तृणमूल कांग्रेस सरकार कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव क्यों नहीं करा रही है? उसने शुरू में ही ऐसे आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को क्यों नामित किया?’’
उन्होंने कहा कि वर्षों से उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्र संघ चुनाव नहीं हुए हैं।
उन्होंने लोगों से तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ स्वतःस्फूर्त प्रदर्शन शुरू करने का आह्वान किया।
भाषा
देवेंद्र रंजन
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