राजगीर(बिहार), 29 जून (भाषा)केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने रविवार को कहा कि वह बिहार के हित में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। साथ ही आरोप लगाया कि विरोधी उनके रास्ते में रोड़ा अटकाने की कोशिश कर रहे हैं।
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के राजगीर में ‘बहुजन भीम संकल्प समागम’ नामक एक रैली को संबोधित किया।
हाजीपुर के सांसद ने लोगों से विपक्षी ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया गठबंधन) के ‘झूठे आख्यान’ के प्रति सचेत रहने का आग्रह किया, जिसने ‘‘पिछले वर्ष लोकसभा चुनावों के दौरान आरोप लगाया था कि यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लगातार तीसरा कार्यकाल मिला तो संविधान खतरे में पड़ जाएगा।’’
पासवान ने आरोप लगाया, ‘‘वे विधानसभा चुनावों से पहले फिर से वही चाल चलने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन आपको याद रखना चाहिए कि संविधान पर सबसे बुरा हमला आपातकाल के दौरान हुआ था, जब कांग्रेस सत्ता में थी और अनगिनत युवाओं, जिनमें ज्यादातर दलित, अल्पसंख्यक और ओबीसी थे, की जबरन नसबंदी कर दी गई थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज कांग्रेस और उसके सहयोगी दल पटना में एक रैली में भाग लेकर खुद को अल्पसंख्यकों के मसीहा के रूप में पेश करने की कोशिश में व्यस्त हैं, जहां वे वक्फ अधिनियम का विरोध कर रहे हैं, जो गरीब मुसलमानों के लाभ के लिए लाया गया था। उनसे तुर्कमान गेट नरसंहार के बारे में पूछा जाना चाहिए।’’
केंद्रीय मंत्री ने राजद के तेजस्वी यादव पर ‘‘केवल सत्ता के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन’’ करने का आरोप लगाते हुए चुनौती दी कि वे ‘‘आपातकाल के दौरान की गई ज्यादतियों के लिए राहुल गांधी से माफी की मांग करें, जिसके पीड़ितों में उनके अपने पिता (राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद) भी शामिल हैं।’’
पासवान ने ‘संविधान की लाल किताब’ लेकर चलने के लिए राहुल गांधी का मखौल उड़ाते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया कि सत्ता में रहते हुए उसने बाबासाहेब आंबेडकर के योगदान को नजरअंदाज किया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थित वी.पी. सिंह की सरकार थी, जिसमें मेरे आदर्श और पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान मंत्री थे, जिसके कारण बाबा साहब को भारत रत्न दिया गया, संसद में उनकी तस्वीर लगाई गई और कांग्रेस द्वारा ठंडे बस्ते में डाल दी गई मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू किया गया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष लगातार झूठ बोल रहा है कि आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा। मैं आपको गारंटी देता हूं कि जब तक चिराग पासवान जीवित हैं, ऐसा नहीं होगा।’’
लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष ने कहा कि राज्य की राजनीति में उनकी रुचि ‘‘राजद शासन के तहत व्याप्त अराजकता के कारण पलायन करने को मजबूर हुए लोगों के अपने घर लौटने’’ का प्रतीक है।
पासवान ने कहा, ‘‘कई लोग इस बात से घबराए हुए हैं कि मैं बिहार आना चाहता हूं। वे जानना चाहते हैं कि क्या मैं यहां चुनाव लड़ूंगा। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि मैं बिहार के लिए विधानसभा चुनाव लड़ना चाहता हूं। ताकि ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ का मेरा सपना साकार हो सके।’’
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘मेरे रास्ते में बाधाएं खड़ी की जा रही हैं। लेकिन मैं निराश नहीं होने वाला। मेरी पार्टी में विभाजन और मेरे परिवार में दरार पैदा करके मुझे तोड़ने के पहले के प्रयास मुझे हतोत्साहित करने में विफल रहे हैं। मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से आग्रह करता हूं कि वे सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में फैल जाएं और राजग की जीत के लिए उसी तीव्रता के साथ लड़ें, जैसे चिराग पासवान खुद मैदान में हों। आप मुझे विधानसभा चुनावों में राजग की जीत दिलाइए। मैं आपको एक विकसित बिहार दूंगा।’’
भाषा
धीरज नरेश
नरेश