जम्मू, 29 जून (भाषा) सेना की ‘टाइगर डिवीजन’ ने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भारतीय सेना के वीर सैनिकों के बलिदान की हीरक जयंती मनाने के लिए हिमाचल प्रदेश की बरोट घाटी स्थित सरी दर्रा तक एक यात्रा की शुरूआत की। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि 1965 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत में सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के बाद ‘टाइगर डिवीजन’ के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल मुकेश भनवाला ने शुक्रवार को प्रतिष्ठित ‘टाइगर वॉर मेमोरियल’ से सैनिकों के एक दल को हरी झंडी दिखाई।
उन्होंने बताया कि भारतीय सेना की ‘फायरी फिफ्टीन बटालियन’ की एक टीम ने सारी दर्रे तक इस यात्रा का संचालन किया।
अधिकारी ने बताया कि देश ‘ऑपरेशन रिडल’ (भारत-पाक युद्ध 1965) की 60वीं वर्षगांठ मना रहा है, इसलिए यह अभियान भारतीय सशस्त्र बलों के सैनिकों की वीरता, देशभक्ति और निस्वार्थ सेवा की याद दिलाता है।
दल ने रास्ते में स्कूली बच्चों, युवाओं, बुजुर्गों और ‘वीर नारियों’ से बातचीत की और उनमें देशभक्ति व अपनेपन की भावना का संचार किया।
भाषा जितेंद्र सुभाष
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