अमरावती, 29 जून (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार ने निवेश से संबंधित कई समझौता ज्ञापतनों पर हस्ताक्षर किए हैं जिससे आंध्र प्रदेश में 8.5 लाख नौकरियां सृजित होंगी।
नायडू ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि गूगल, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स और आर्सेलर मित्तल जैसी कंपनियां उन निवेशकों में शामिल हैं जो राज्य में निवेश करेंगी।
नायडू ने कहा, ‘‘निवेशक आंध्र प्रदेश की स्थिरता और क्षमता में विश्वास करते हैं।’’ उन्होंने कॉग्निजेंट टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस, जिंदल ग्रुप और अन्य द्वारा रायलसीमा और उत्तरी आंध्र क्षेत्रों में इकाइयां स्थापित करने का उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि एयरोस्पेस, रक्षा और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के माध्यम से पिछड़े क्षेत्रों में विकास किया जाएगा, जिससे रोजगार सृजन और कई क्षेत्रों में समान क्षेत्रीय औद्योगिक विकास सुनिश्चित होगा।
उन्होंने कहा कि ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर रूफटॉप सोलर योजना’ (पीएम-एसजीआरएसएस) के तहत, राज्य भर में अक्षय ऊर्जा और घरों में बिजली की सुलभता को बढ़ावा देने के लिए 20 लाख रूफटॉप सोलर कनेक्शन का लक्ष्य रखा गया है।
नायडू ने अगस्त तक व्हाट्सएप के माध्यम से 703 सार्वजनिक सेवाओं के लिए ‘व्हाट्सएप गवर्नेंस’ के विस्तार की घोषणा की, जिससे आंध्र प्रदेश भर के नागरिकों के लिए सरकारी सेवाओं तक वास्तविक समय में डिजिटल पहुंच बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य में ‘भारत की पहली क्वांटम वैली’ बनेगी जो राष्ट्र को क्वांटम कंप्यूटिंग और भविष्य के तकनीकी नवाचार में अग्रणी बनाएगी।
वर्ष 2000 के दशक की शुरुआत में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) के क्षेत्र में अपने नेतृत्व को याद करते हुए नायडू ने कहा कि दक्षिणी राज्य अब कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), क्वांटम प्रौद्योगिकी और अगली पीढ़ी के शासन की ओर बढ़ रहा है।
भाषा संतोष रंजन
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