शिलांग, 29 जून (भाषा) मेघालय पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने रविवार को एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए राजा रघुवंशी की गुम हुई सोने की चेन समेत कई अहम सबूत बरामद किए हैं। राजा की पिछले महीने सोहरा में हत्या कर दी गई थी।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार प्रॉपर्टी डीलर सिलोम जेम्स के मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में स्थित आवास पर छापेमारी के दौरान यह बरामदगी की गई।
इस अभियान में राजा और उसकी पत्नी सोनम के सोने के आभूषण, लैपटॉप और अन्य सामग्री जब्त की गई।
ईस्ट खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विवेक सेयम ने कहा कि जब्त किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और दस्तावेज साक्ष्य के तौर पर महत्वपूर्ण हैं और 23 मई की हत्या के मामले में और तथ्य सामने आ सकते हैं।
सेयम ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उपनिरीक्षक एंथनी खोंगसिट और करण पचुआ ने एसआईटी टीम का नेतृत्व किया और समन्वित अभियान के दौरान अलकापुरी पुलिस स्टेशन के कर्मियों ने उनका सहयोग किया।
एसआईटी ने राजा रघुवंशी की हत्या के पीछे रची गई साजिश का भंडाफोड़ किया। राजा और सोनम के लापता होने के 10 दिन बाद राजा का शव दो जून को वेइसाडोंग फॉल्स के पास बरामद किया गया था।
जांच अधिकारियों के अनुसार, राजा-सोनम ने 22 मई को शहर के कीटिंग रोड से एक स्कूटर किराए पर लिया था और सोहरा की यात्रा की थी। पूर्व बुकिंग न होने के कारण होमस्टे में कमरा पाने में असफल होने के बाद, उन्होंने अपना सामान वहीं छोड़ दिया और मावलखियात से 3,000 सीढ़ियां नीचे उतरकर नोंग्रियात पहुंचे, जहां उन्होंने रात बिताई।
अगली सुबह दोनों लगभग 5:30 बजे होटल से निकले और मावलखियात की ओर चढाई शुरू की, जहां उन्होंने अपना किराए का स्कूटर पार्क किया। राजा को पता नहीं था कि इंदौर के तीन अन्य व्यक्ति उसका पीछा कर रहे थे। इन तीनों को सोनम जानती थी और बाद में उनकी पहचान हत्यारों के रूप में हुई।
तेइस मई को दिन में 11 बजे तक, समूह वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक सुनसान इलाके में पहुंच गया था, जहां राजा पर धारदार हथियारों से बेरहमी से हमला किया गया और उसके शव को पास की एक घाटी में फेंक दिया गया।
सोनम के साथ तीनों हमलावर कुछ ही मिनटों बाद घटनास्थल से भाग गए, जिसकी सेयम ने पुष्टि की।
सेयम ने बताया, ‘‘यह कोई अचानक किया गया कृत्य नहीं था। हमला काफी सोच-समझकर किया गया था। शुरू में ऐसा लगा कि सोनम और उसके प्रेमी ने भाड़े के हत्यारे बुलाए थे। लेकिन अब हम पुष्टि करते हैं कि तीनों लोग राज के करीबी दोस्त थे और उन्होंने सोनम की मदद के लिए उसकी हत्या की।’’
एसआईटी ने पुष्टि की है कि हत्यारों ने 21 मई को शिलांग पहुंचने से पहले गुवाहाटी में हत्या के लिए हथियार खरीदा था। इसमें शामिल सभी लोग लगभग एक ही समय पर पहुंचे थे, और उसके तुरंत बाद सोहरा पहुंचे।
सोनम वारदात स्थल से टैक्सी से भाग गई थी। उसे नौ जून को उत्तर प्रदेश में गिरफ्तार कर लिया गया। उसका मंगलसूत्र और अंगूठी सोहरा होमस्टे में पाई गई, जिससे उसकी संलिप्तता और भी स्पष्ट हो गई।
भाषा आशीष नरेश
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