नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा) कांग्रेस आगामी सात जुलाई को इस बारे में निर्णय करेगी कि बृहंमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के चुनाव महा विकास आघाडी (एमवीए) के सहयोगी दलों के साथ मिलकर लड़ना है या कोई दूसरी राह अपनानी है।
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेताओं की यहां हुई बैठक में बीएमसी और राज्य के दूसरे निकाय चुनावों में पार्टी की रणनीति को लेकर चर्चा की गई। हालांकि नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि अंतिम निर्णय आलाकमान का होगा।
बैठक में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रमेश चेन्निथला, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल, पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण तथा कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
इस बैठक में कांग्रेस के संगठन को मजबूत बनाने तथा अगले तीन महीने के कार्यक्रम पर भी बातचीत हुई।
बैठक के बाद चेन्निथला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आने वाले दिनों में होने वाले स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर चर्चा की गई। कांग्रेस को आगे कैसे बढ़ाना है, विधानसभा चुनाव में क्या हुआ, ‘फर्जी’ मतदान और मतदाता सूची में नाम जोड़े जाने से जुड़े विषयों पर बात की है। कुछ कार्यक्रम तैयार किए गए हैं। महाराष्ट्र में कांग्रेस को शक्तिशाली बनाने की रणनीति तय की है।’’
उन्होंने कहा कि ऐसी बैठकें हर महीने होगी।
हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि तीन महीने का कार्यक्रम तय किया गया है, जिसमें युवाओं और किसानों के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया जाएगा।
बीएमसी चुनाव में गठबंधन करने या नहीं करने से जुड़े सवाल पर चेन्निथला ने कहा, ‘‘मुंबई महानगरपालिका के बारे में चर्चा की गई। आगे कांग्रेस अध्यक्ष (मल्लिकार्जुन खरगे) से बात की जाएगी।’’
उन्होंने बताया कि सात जुलाई को मुंबई में कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बैठक है, उसमें बीएमसी चुनाव को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
चेन्निथला ने शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे के साथ आने की अटकलों पर कुछ खुलकर बोलने से परहेज किया। उन्होंने यह भी कहा कि राज ठाकरे ने अतीत में उत्तर भारतीय नागरिकों को लेकर जो बयान दिए, उससे कांग्रेस सहमत नहीं है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि फिलहाल राज ठाकरे एमवीए में शामिल नहीं हुए हैं।
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