जालना, 30 जून (भाषा) महाराष्ट्र के जालना जिले में ईसाई समुदाय के लोगों ने सोमवार को रैली निकालकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक गोपीचंद पडलकर की पादरियों के खिलाफ कथित टिप्पणी की निंदा की।
सांगली जिले के जाट निर्वाचन क्षेत्र से विधायक पडलकर ने हाल ही में घोषणा की थी कि वे धर्म परिवर्तन के लिए गांवों में जाने वालों की पिटाई करने वाले को नकद इनाम देंगे।
पडलकर की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब कुछ ही दिन पहले सांगली जिले में ससुराल के लोगों द्वारा कथित रूप से ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाने और दहेज की मांग किए जाने से गर्भवती महिला ने आत्महत्या कर ली थी।
पीड़िता ऋतुजा राजगे (28) चार माह की गर्भवती थी और चार साल पहले उसका विवाह सुकुमार राजगे से हुआ था, जो ‘मर्चेंट नेवी’ में काम करता है। ऋतुजा ने छह जून को कुपवाड़ शहर में कथित रूप से फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली थी।
सोमवार को यहां निकाली गई विरोध रैली जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर संपन्न हुई।
हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारियों ने पडलकर के बयान की निंदा की। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि पादरियों के विरोध में हिंसा भड़काने और नफरत फैलाने के लिए पडलकर के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाए।
प्रदर्शनकारियों ने पडलकर को महाराष्ट्र विधान परिषद से तत्काल निष्कासित किए जाने की मांग की और कहा कि ऐसे व्यक्तियों का धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को कायम रखने वाली लोकतांत्रिक संस्था में कोई स्थान नहीं है।
पडलकर ने आरोप लगाया था कि महिला ने धर्म परिवर्तन और दहेज के लिए उत्पीड़न के कारण अपनी जान दे दी।
भाषा यासिर अविनाश
अविनाश