(तस्वीर के साथ)
पटना, 30 जून (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि इस साल के अंत में बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में अगर ‘इंडिया’ गठबंधन की जीत हुई तो राज्य में ‘स्वास्थ्य देखभाल का राजस्थान मॉडल’ लागू किया जाएगा।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री ने बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी (बीपीसीसी) के मुख्यालय सदाकत आश्रम में एक संवाददाता सम्मेलन में यह वादा किया। इस मौके पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) में बिहार मामलों के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार भी मौजूद थे।
गहलोत ने दावा किया कि उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल में राजस्थान ने एक ‘‘अद्वितीय स्वास्थ्य मॉडल’’ लागू किया, जिसमें ‘‘शत-प्रतिशत लोगों’’ को मुफ्त चिकित्सा बीमा का लाभ मिला, जबकि केंद्र की आयुष्मान भारत योजना ‘‘केवल आबादी के एक हिस्से को लाभ पहुंचाती है’’।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘राजस्थान स्वास्थ्य अधिकार अधिनियम ने प्रत्येक परिवार को मुफ्त जांच, उपचार और दवाइयों की गारंटी दी है। किसी अन्य राज्य में ऐसा स्वास्थ्य मॉडल नहीं है। अगर हम बिहार में सत्ता में आते हैं, तो इसे यहां भी दोहराया जाएगा।’’
कांग्रेस बिहार में ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की दूसरी सबसे बड़ी घटक है। गठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और वामपंथी दल शामिल हैं।
उन्होंने बिहार में चिकित्सा सुविधाओं की कमी पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि ‘‘ चिकित्सकों के 60 प्रतिशत पद खाली हैं। राज्य सरकार स्वास्थ्य के लिए बजटीय आवंटन भी खर्च नहीं कर पाई है। 2016 से 2022 के बीच आवंटित किए गए 69,790 करोड़ रुपये में से राज्य केवल 21,743 करोड़ रुपये ही इस्तेमाल कर पाया। सुशासन सुनिश्चित करने की इच्छाशक्ति का यहां स्पष्ट रूप से अभाव है।’’
अल्लावरु ने आरोप लगाया, ‘‘बिहार में तथाकथित डबल इंजन सरकार वास्तव में समस्या उत्पन्न करने वाली है। यह यहां प्रश्नपत्र लीक का गुजरात मॉडल लेकर आई है, जो राज्य के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।’’
भाषा धीरज अविनाश
अविनाश