… भरत शर्मा …
बर्मिंघम 30 जून (भाषा) भारतीय टीम के मुख्य तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के दूसरे टेस्ट में खेलने को लेकर अगले 24 घंटों में फैसला लिया जाएगा लेकिन भारत के सहायक कोच रेयान टेन डोइशे को पूरा यकीन है कि उनकी टीम एजबेस्टन में दो स्पिनरों के साथ मैदान पर उतरेगी। कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को अंतिम एकादश में शामिल करने की मांग बढ़ रही है लेकिन बल्लेबाजी की गहराई बनाए रखने के लिए रविंद्र जडेजा के साथ वाशिंगटन सुंदर भी एकादश में जगह बनाने की दौड़ में है। भारतीय टीम के अभ्यास सत्र में सोमवार को तीनों स्पिनरों ने गेंदबाजी की। बुमराह चोटिल होने से बचने के लिए इस श्रृंखला में पांच में से तीन टेस्ट खेलेंगे। उन्होंने अभ्यास सत्र की शुरुआत में दो रंग की गेंद (लाल और सफेद) से गेंदबाज की और फिर फिर सत्र के आखिरी क्षणों में ‘ड्यूक’ गेंद से गेंदबाजी की। उन्होंने लगभग तीन ओवर गेंदबाजी की जबकि उनके साथी खिलाड़ी मोहम्मद सिराज, आकाश दीप और प्रसिद्ध कृष्णा ने शुरू में काफी गेंदबाजी की। भारतीय टीम श्रृंखला को 0-1 से पिछड़ने के बाद बुमराह के तीन टेस्ट मैचों के चयन को लेकर दुविधा में है। डोइशे ने कहा, ‘‘ वह जाहिर तौर पर चयन के लिए उपलब्ध है। हम शुरू से जानते हैं कि वह पांच में से सिर्फ तीन मैच खेलेगा। उसे पिछले टेस्ट से उबरने के लिए आठ दिन मिले हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह तय करना है कि मौजूदा परिस्थितियों, कार्यभार और अगले चार मैचों के लिए हम उसे कैसे बेहतर तरीके से प्रबंधित कर सकते हैं, इस पर हमने अभी कोई फैसला नहीं लिया है। हम यह भी देखेंगे कि अन्य खिलाड़ियों का कार्यभार कैसा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें अगर लगा कि उसे इस टेस्ट में खिलाने में फायदा है, तो हम आखिरी मिनट में यह फैसला लेंगे। फायदा से मेरा मतलब मौसम, पिच और परिस्थितियों के आकलन से है। हमें यह भी तय करना है कि क्या उसे लॉर्ड्स और शायद मैनचेस्टर या ओवल के लिए बचाना बेहतर होगा? इससे जुड़े फैसले के पीछे बहुत सारे कारक है।’’ भारतीय टीम के श्रृंखला में पिछड़ने के बाद बुमराह को टीम में शामिल करने बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘यह लुभावना तो है, लेकिन हमें यह भी लगता है कि हम जसप्रीत के बिना भी श्रृंखला को 1-1 कर सकते हैं या इसे 0-1 पर बरकरार रख सकते हैं। इससे हम उनका श्रृंखला के आखिरी हिस्से में बेहतर इस्तेमाल कर पायेंगे। हमें कुछ चरणों में उसकी जरूरत पड़ेगी ही। आपको यह तय करना होगा कि आप अपना सबसे मजबूत दांव कब खेलेंगे।’’ नीदरलैंड के इस पूर्व हरफनमौला ने कहा, ‘‘हम लीड्स में दूसरी पारी में जसप्रीत के विकेट के बिना भी सफलता के करीब आ गए थे। आप किसी भी हालत में सिर्फ एक गेंदबाज से टेस्ट श्रृंखला नहीं जीत सकते। मैं आपको इससे ज्यादा पुख्ता जवाब नहीं दे सकता। लेकिन हम अगले 24 घंटों में यह तय कर लेंगे।’’ लीड्स की पिच बल्लेबाजी के लिए आसान थी और यहां भी गर्म मौसम को देखते हुए एक बार फिर बल्लेबाजी के लिए माकूल परिस्थितियां होने की उम्मीद है। ऐसे में पिच से स्पिनरों को मदद भी मिलेगी। भारत को श्रृंखला के पहले मैच में दूसरे स्पिनर की कमी महसूस की और डोइशे ने कहा कि टीम बुधवार से शुरू होने वाले मैच के लिए अपनी रणनीति बदलने की संभावना है। डोइशे ने कहा कि इस टेस्ट में टीम में दो मुख्य स्पिनर शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘दो स्पिनर खेलने की बहुत प्रबल संभावना है। बस यह देखना है कि हम कौन से दो स्पिनर खिलाते हैं। यह बल्लेबाजी में अधिक विकल्प शामिल करने से भी जुड़ा हुआ है। तीनों स्पिनर बहुत अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वाशिंगटन की बल्लेबाजी के मामले में बेहतर है। यह देखना है कि हम किस संयोजन के साथ जाते हैं? हरफनमौला स्पिनर या विशुद्ध स्पिनर? आपको फिर से गेंदबाजी हरफनमौला को खिलाना होगा। इसमें हमारे पास कई विकल्प है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ पिच पर अभी घास की मात्रा काफी अधिक है और बुधवार को बारिश का पूर्वानुमान है। ऐसे में हमें गेंदबाजी आक्रमण के बारे में फैसला करने के लिए थोड़े समय की जरूरत है। मुझे हालांकि यकीन है कि हम दो स्पिनरों के साथ मैदान पर उतरेंगे।’’ भारत ने लीड्स में चौथे तेज गेंदबाज के स्थान के लिए बल्लेबाजी ऑलराउंडर की जगह गेंदबाजी ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर को चुना। उन्होंने पर्याप्त गेंदबाजी नहीं की और बल्लेबाजी में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। डोइशे ने संकेत दिया कि अगले टेस्ट में नीतीश रेड्डी को मौका मिल सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘ वह टीम में वापसी करने के करीब है। उसने ऑस्ट्रेलिया में काफी प्रभावित किया था। हमने पिछले मैच में टीम संतुलन के लिए महसूस किया था कि हमें गेंदबाजी हरफनमौला के साथ जाना चाहिये। हमें लगा कि गेंदबाजी के मोर्चे पर शार्दुल थोड़ा आगे थे। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘नीतीश इस समय हमारे प्रमुख बल्लेबाजी ऑलराउंडर हैं। इसलिए मैं कहूंगा कि इस टेस्ट में उनके खेलने का बहुत अच्छा मौका है।’’ भाषा आनन्द आनन्द