नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा) शोध संस्थान ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) ने सोमवार को कहा कि अमेरिका के साथ प्रस्तावित व्यापार समझौते के तहत कृषि वस्तुओं के आयात शुल्क में कटौती से भारत की खाद्य सुरक्षा कमजोर हो सकती है।
जीटीआरआई ने ऐतिहासिक आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 2014 और 2016 के बीच, वैश्विक स्तर पर अनाज की कीमतें गिर गईं थी और गेहूं 160 अमेरिकी डॉलर प्रति टन से नीचे आ गया था। इससे पूरे अफ्रीका में किसानों को बहुत नुकसान हुआ था।
शोध संस्थान ने चेतावनी दी कि अगर भारत शुल्क हटाता है, तो सस्ता, सब्सिडी वाला अमेरिकी अनाज वैश्विक मूल्य गिरावट के दौरान भारतीय बाजारों में बहुत बड़ी मात्रा में आ सकता है।
जीटीआरआई ने कहा कि भारत-अमेरिका मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के तहत कृषि शुल्क को स्थायी रूप से कम करने की कोई भी प्रतिबद्धता नासमझी होगी।
जीटीआरआई के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा कि भारत को खाद्य भंडार का प्रबंधन करने, ग्रामीण आय का समर्थन करने और वैश्विक झटकों का जवाब देने के लिए नीतिगत गुंजाइश बनाए रखनी चाहिए।
भाषा अजय पाण्डेय
अजय