कुशीनगर, 30 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा के लिए सोमवार को ‘मॉक ड्रिल’ की गयी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा सुरक्षा, संचालन और पर्यावरण प्रबंधन की समीक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित की गईं।
जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर और पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा की देखरेख में टर्मिनल बिल्डिंग के अंदर ‘मॉक ड्रिल’ की गई।
अधिकारियों ने बताया कि विमान अपहरण रोधी और आपातकालीन प्रतिक्रिया अभ्यास में सुरक्षा बलों, हवाई अड्डे के कर्मचारियों और अन्य संबंधित विभागों के कर्मियों ने भाग लिया।
उन्होंने बताया कि इस अभ्यास का उद्देश्य अपहरण या अन्य आपात स्थितियों से निपटने की तैयारी और समन्वय का आकलन करना था।
अधिकारियों के मुताबिक, इसके साथ ही एयरफील्ड पर्यावरण प्रबंधन बैठक में स्वच्छता और हवाई अड्डे के आसपास पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं को कम करने की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
उन्होंने बताया कि एरोड्रम समिति की बैठक में अधिकारियों ने यात्री सुविधाओं, हवाई अड्डे के संचालन और सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा की।
जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने बताया, “कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा न केवल क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा दे रहा है बल्कि बौद्ध पर्यटन के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में भी उभर रहा है। इन बैठकों और अभ्यासों के माध्यम से, हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हवाई अड्डा सुरक्षित, पर्यावरण की दृष्टि से सतत और यात्रियों के अनुकूल बना रहे।”
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने बताया, “सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। विमान अपहरण रोधी एवं आपातकालीन ‘मॉक ड्रिल’ ने किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में तेजी और प्रभावी ढंग से जवाब देने की हमारी तैयारी को और मजबूत किया है।”
भाषा सं सलीम जितेंद्र
जितेंद्र