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Tuesday, July 1, 2025

त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री मोदी

Newsत्रिनिदाद और टोबैगो की संसद को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री मोदी

नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जुलाई में त्रिनिदाद और टोबैगो की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान वहां की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे। यह जानकारी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को दी।

विदेश मंत्रालय में सचिव (दक्षिण) नीना मल्होत्रा ​​ने यहां एक विशेष ब्रीफिंग में यह भी कहा कि त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद में अध्यक्ष की कुर्सी भारत द्वारा उपहार में दी गई थी, जो दोनों देशों के बीच ‘मजबूत लोकतांत्रिक और संसदीय परंपराओं का प्रतीकात्मक अनुस्मारक’ है।

विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने पिछले वर्ष 23-24 अगस्त को त्रिनिदाद और टोबैगो की आधिकारिक यात्रा की थी।

मार्गेरिटा ने पच्चीस अगस्त 2024 को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद की अपनी यात्रा की कुछ तस्वीरें साझा की थीं।

मार्गेरिटा ने अपने पोस्ट में कहा था, ‘‘त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद में अध्यक्ष की कुर्सी, जिसे भारत के लोगों ने 1968 में त्रिनिदाद और टोबैगो के लोगों को उपहार में दी थी, हमारे ऐतिहासिक संबंधों और लोगों के बीच गहरे संबंधों का प्रमाण है।’’

उन्होंने कुर्सी की एक तस्वीर भी साझा की थी, जिस पर लिखा था – ‘भारत के लोगों से त्रिनिदाद और टोबैगो के लोगों को।’’

मोदी दो जुलाई को ब्राजील में आयोजित होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने और ग्लोबल साउथ के कई प्रमुख देशों के साथ भारत के संबंधों का विस्तार करने के लिए पांच देशों की यात्रा पर जाने वाले हैं।

विदेश मंत्रालय ने बताया कि आठ दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ब्राजील के अलावा घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना और नामीबिया भी जाएंगे।

मोदी की यात्रा का पहला पड़ाव घाना होगा, जहां से वे 3-4 जुलाई को दो दिवसीय यात्रा पर त्रिनिदाद और टोबैगो जाएंगे।

इस यात्रा के दौरान मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर से बातचीत करेंगे।

प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर के निमंत्रण पर मोदी देश की यात्रा करेंगे। मल्होत्रा ​​ने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में यह कैरेबियाई द्वीपीय राष्ट्र की उनकी पहली यात्रा होगी और 1999 के बाद से किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी।

उन्होंने कहा, ‘‘यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब इस वर्ष, 2025 में देश त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय प्रवासियों के आगमन की 180वीं वर्षगांठ मना रहा है।’

मल्होत्रा ​​ने कहा, ‘‘यह साझा इतिहास हमारे करीबी और स्थायी लोगों के बीच संबंधों का आधार है।’

विदेश मंत्रालय ने कहा कि मोदी की त्रिनिदाद और टोबैगो यात्रा दोनों देशों के बीच गहरे और ऐतिहासिक संबंधों को नयी गति प्रदान करेगी।

मल्होत्रा ​​ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे। यह हमारी मजबूत संसदीय परंपराओं और हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रतीक है।’

मल्होत्रा ​​ने कहा कि इस बार यह कुछ खास है, क्योंकि त्रिनिदाद और टोबैगो के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति दोनों ही भारतीय मूल के हैं, दोनों ही महिलाएं हैं और अपने-अपने तरीके से उपलब्धियां हासिल करने वाली हैं।

उन्होंने कहा, ‘मैं यह भी कहना चाहूंगी कि संसद में अध्यक्ष की कुर्सी भारत ने उपहार में दी है, जो एक बार फिर हमारे दोनों देशों के बीच मजबूत लोकतांत्रिक और संसदीय परंपराओं का प्रतीकात्मक अनुस्मारक है।’’

भाषा अमित दिलीप

दिलीप

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