बेलगावी (कर्नाटक), 30 जून (भाषा) पुलिस ने इंगाली गांव में श्रीराम सेना के पांच सदस्यों को पेड़ से बांधकर उन पर हमला करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
हुक्केरी तालुका में 28 जून को हुई इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने स्वयं मामला दर्ज किया है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि पांच लोगों को नारियल के पेड़ से बांधकर ग्रामीणों का एक समूह ‘पीट’ रहा है। श्रीराम सेना के सदस्यों ने दावा किया कि मवेशियों के अवैध परिवहन को रोकने के कारण उन पर हमला किया गया।
हालांकि, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यह हमला मवेशियों के परिवहन से संबंधित नहीं था और उन्होंने कार्यकर्ताओं पर ‘महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार’ करने का आरोप लगाया।
पुलिस के अनुसार, 26 जून को श्रीराम सेना के सदस्यों ने मवेशियों को ले जा रहे एक वाहन को रोका और चालक तथा वाहन को हुक्केरी पुलिस थाने ले गए तथा आरोप लगाया कि मवेशियों को वध के लिए ले जाया जा रहा था।
मवेशियों को एक गौशाला में ले जाया गया लेकिन 28 जून को अधिकारियों ने पुष्टि की कि उन्हें दूध उत्पादन के लिए खरीदा गया था। इसके बाद मवेशी स्थानीय लोगों को वापस लौटा दिए गए।
पुलिस ने बिना अधिक जानकारी दिए कहा कि उस दिन बाद में श्रीराम सेना के सदस्यों ने कथित तौर पर मवेशियों को वापस लेने के प्रयास में एक ग्रामीण के घर में जबरन घुसकर ‘हंगामा’ किया। उस समय केवल महिलाएं ही मौजूद थीं।
पुलिस अधीक्षक भीमाशंकर एस. गुलेड़ ने कहा कि ग्रामीणों ने कार्यकर्ताओं पर ‘हमला’ किया क्योंकि वे घर में घुसने की घटना से नाराज थे।
उन्होंने कहा, ‘ग्रामीणों द्वारा किया गया यह कृत्य कानून और व्यवस्था का उल्लंघन है। हालांकि, पीड़ित पूरी तरह से निर्दोष नहीं हैं – उनमें से एक बदमाश है, जिसे जिले से निष्कासित कर दिया गया था।’
गुलेड़ ने इस दावे को भी खारिज कर दिया कि ‘हमला सांप्रदायिक था’। उन्होंने कहा, ‘आरोपियों में से एक हिंदू है। यह सांप्रदायिक हिंसा का मामला नहीं लगता।’
पुलिस की ‘निष्क्रियता’ के आरोपों से इनकार करते हुए गुलेड़ ने कहा, ‘हमने खुद ही मामला दर्ज किया और हमले के लिए चार लोगों को गिरफ्तार किया। मवेशी ट्रांसपोर्टर की शिकायत के आधार पर एक और मामला दर्ज किया गया। आगे की जांच जारी है।’
भाषा
शुभम अविनाश
अविनाश