सीहोर (मप्र), 30 जून (भाषा) मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में सोमवार को राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा को अपने ही विधानसभा क्षेत्र में लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा, वहीं आष्टा के विधायक गोपाल सिंह को भी उनके क्षेत्र के लोगों ने खूब खरी-खोटी सुनाई।
दोनों ही जनप्रतिनिधि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से हैं और उनके विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने उन्हें विकास के मुद्दों पर घेरा। दोनों ही घटनाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए जा रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक वर्मा आज इछावर के ग्राम खैरी में आयोजित जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन समारोह में भाग लेने पहुंचे थे। इसी दौरान दोपहर को वहां के ग्रामीणों ने उनके काफिले को रोक लिया।
ग्रामीणों ने बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान वर्मा ने उनसे वादा किया था कि क्षेत्र में सड़क का निर्माण कराया जाएगा लेकिन अभी तक यह शुरू नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने कहा कि इसे लेकर क्षेत्र के लोगों में काफी नाराजगी है और इसे प्रकट करने के लिए वर्मा के काफिले को रोका गया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि खेरी से जामली के बीच सड़क निर्माण की मांग करने वालों में बड़ी संख्या में महिलाएं थीं और इनमें से कुछ मंत्री की कार के सामने खड़ी हो गईं।
बाद में पुलिस बल ने मंत्री के काफिले के सामने से महिलाओं को हटाया।
दूसरी घटना आष्टा विधानसभा क्षेत्र की है, जब भाजपा विधायक अपने कार्यालय में जनसुनवाई कर रहे थे।
जानकारी के मुताबिक इस दौरान भूपोड़ के ग्रामीणों ने गांव में विकास कार्य नहीं होने को लेकर विधायक गोपाल सिंह को खूब खरी-खोटी सुनाई।
विरोध करने वालों में से एक ने बताया कि सिंह ने एक साल पहले भूपोड़ गांव को गोद लिया था लेकिन इसके बावजूद वहां विकास कार्य न होने के चलते लोगों में नाराजगी है।
ऐसी ही एक और घटना डिंडोरी जिले के किसलपुरी गांव में हुई, जहां पानी और बिजली की किल्लत से जूझ रहे ग्रामीण सड़क पर उतर गए और चक्काजाम कर दिया।
बार-बार शिकायत के बाद भी जब उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया गया तो बड़ी तादात में आक्रोषित ग्रामीणों ने खाली बर्तन रखकर मंडला-डिंडोरी राजमार्ग पर जाम लगा दिया।
अधिकारियों ने बड़ी मशक्कत के बाद रास्ते से जाम हटवाया।
भाषा सं ब्रजेन्द्र शोभना
शोभना