जयपुर, एक जून (भाषा) राजस्थान के सरिस्का बाघ अभयारण्य में एक बाघिन ने चार शावकों को जन्म दिया, जिससे इस अभयारण्य में बाघों की कुल संख्या बढ़कर 48 हो गई। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
इन शावकों के जन्म के साथ ही राजस्थान में बाघ संरक्षण प्रयासों के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी है।
वन विभाग ने ‘कैमरा ट्रैप’ से ली तस्वीरों और अभयारण्य के बरेली बारी क्षेत्र में गश्त के माध्यम से बाघिन एसटी-19 के शावकों के जन्म की पुष्टि की।
यह सरिस्का में एक वर्ष के भीतर चार शावकों को जन्म देने वाली तीसरी बाघिन है, इससे पहले एसटी-12 और एसटी-22 ने भी चार-चार शावकों को जन्म दिया था। वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने ‘एक्स’ पर इसे (शावकों के जन्म को) “क्षेत्र में बाघ संरक्षण प्रयासों के लिए आशाजनक संकेत” बताया। शर्मा ने पोस्ट में कहा, “सरिस्का बाघ अभ्यारण्य से खुशखबरी। बाघिन एसटी-19 को पहली बार चार स्वस्थ शावकों के साथ देखा गया। वह एक वर्ष में चार शावकों को जन्म देने वाली तीसरी बाघिन बन गई है।”
अधिकारियों ने बताया कि इन चार शावकों के आने से सरिस्का में बाघों की संख्या बढ़कर 48 हो गई है और बफर जोन में अब शावकों सहित 11 बाघ हैं।
मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) संग्राम सिंह कटियार ने बताया, “कैमरा ट्रैप’ फुटेज में बाघिन एसटी-19 अपने शावकों के साथ स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। हम लोगों से आग्रह करते हैं कि नवजात शिशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बाघिन के क्षेत्र में प्रवेश न करें।”
कटियार ने यह भी बताया कि पर्यटकों को इस क्षेत्र में अब बाघ ज्यादा दिखते हैं।
भाषा पृथ्वी वैभव जितेंद्र
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