कोलकाता, एक जून (भाषा) तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस आरोप पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की कि पश्चिम बंगाल सरकार घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। पार्टी ने कहा कि सीमा सुरक्षा बीएसएफ की जिम्मेदारी है जो केंद्र सरकार के अधीन काम करती है।
दो दिवसीय बंगाल दौरे पर आए शाह ने आरोप लगाया है कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ को रोकने में केंद्र के साथ सहयोग नहीं कर रही है।
कोलकाता में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने शाह के इस्तीफे की मांग की और आरोप लगाया कि वह पहलगाम में हाल में हुए आतंकी हमले को रोकने में विफल रहे हैं जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
प्रेसवार्ता में तृणमूल सांसद काकोली घोष दस्तीदार और सागरिका घोष भी मौजूद थीं।
भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘घुसपैठ रोकने के लिए कौन जिम्मेदार है? बीएसएफ किसके अधीन है? आप अपनी अक्षमता साबित कर रहे हैं। अमित शाह, आपको इस्तीफा दे देना चाहिए। आपके पास पहलगाम हमले के बारे में कोई खुफिया जानकारी नहीं थी। यह आपकी लापरवाही की वजह से है कि 26 लोगों की जान चली गई और आप अभी तक हमलावर आतंकवादियों को नहीं पकड़ पाए हैं।’’
चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘सीमा पार से घुसपैठ को रोकना पूरी तरह बीएसएफ की जिम्मेदारी है। तृणमूल कांग्रेस सीमाओं की रखवाली नहीं कर रही है, यह सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का काम है, जो केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन काम करता है। अगर कोई मुद्दा है, तो इसे केंद्र द्वारा सुलझाया जाना चाहिए। सीमा मुद्दों के लिए राज्य प्रशासन को दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए।’’
भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘अगर कोई तृणमूल पर घुसपैठ की अनुमति देने का आरोप लगाता है, तो मैं कहूंगी कि इस खतरे को रोकना बीएसएफ की जिम्मेदारी है। गृह मंत्री को खुद यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश की सीमा सुरक्षित रहे।’’
रविवार को बंगाल में एक रैली के दौरान शाह ने आरोप लगाया कि बनर्जी के शासन में राज्य घुसपैठ, भ्रष्टाचार और अराजकता का केंद्र बन गया है। उन्होंने राज्य सरकार पर सीमा पर बाड़ लगाने के लिए आवश्यक भूमि नहीं देने का भी आरोप लगाया।
इस पर दस्तीदार ने कहा, ‘‘सीमा प्रबंधन केंद्र की जिम्मेदारी है और बाड़ लगाने के लिए आवश्यक भूमि पश्चिम बंगाल द्वारा पहले ही दे दी गई है। लेकिन वे बाड़ लगाने और घुसपैठ रोकने में विफल रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा की बिगड़ती स्थिति के लिए शाह को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
दस्तीदार ने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस लगातार चौथी बार पश्चिम बंगाल में 250 से अधिक सीटें जीतकर सत्ता में आएगी और ममता बनर्जी 2026 में फिर से मुख्यमंत्री होंगी। बस इंतजार करें और देखें। अगर राष्ट्रीय सुरक्षा प्रभावित हो रही है, तो गृह मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए।’’
शाह पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘‘वह पूरी तरह से विफल हैं जो आतंकवादियों को देश में घुसने और पहलगाम में 26 पर्यटकों को मारने से नहीं रोक सके। हमारा प्रतिनिधिमंडल पुंछ और राजौरी गया और देखा कि सीमावर्ती गांवों में लोग कितना असुरक्षित महसूस करते हैं।’’
तृणमूल सांसद सागरिका घोष ने भी शाह की टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री संवैधानिक प्राधिकारी के बजाय भाजपा पदाधिकारी की तरह व्यवहार कर रहे हैं।
घोष ने कहा, ‘‘ऐसे समय में जब तृणमूल कांग्रेस भारत सरकार के साथ मजबूती से खड़ी है और जब हमारे राष्ट्रीय महासचिव सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के साथ विदेश में हैं और भारत सरकार के पक्ष में और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से बोल रहे हैं, तब कोई और नहीं बल्कि गृह मंत्री बंगाल आते हैं और भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम करते हैं और हमारी आदरणीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ घटिया भाषा का इस्तेमाल करते हैं।’’
उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि ‘‘अमित शाह की राजनीति केवल बांटो और राज करो की है।’’
भाषा शफीक नरेश
नरेश