भुवनेश्वर, दो जून (भाषा) सुरक्षा बलों ने ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में माओवादियों द्वारा लूटी गई 2.5 टन से अधिक विस्फोटक सामग्री सोमवार को बरामद कर ली। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि राज्य के विशेष अभियान समूह (एसओजी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), झारखंड के विशिष्ट ‘जगुआर’ बल और सुंदरगढ़ के जिला स्वैच्छिक बल (डीवीएफ) के सुरक्षाकर्मियों ने ओडिशा-झारखंड सीमा पर एक संयुक्त अभियान के दौरान 2.5 टन से अधिक विस्फोटक बरामद किया जिसे 27 मई को सुंदरगढ़ जिले के के. बलांग इलाके से माओवादियों ने लूट लिया था।
अभियान में शामिल अधिकारी ने कहा, ‘कुछ विस्फोटकों को जमीन के नीचे दबा दिया गया था, जबकि कुछ अन्य चट्टानों के नीचे छुपायी गई हो सकती है।’
उन्होंने कहा कि माओवादियों द्वारा विस्फोटक लूटे जाने के एक दिन बाद 28 मई से तलाशी अभियान जारी था। उन्होंने बताया कि माओवादियों ने विस्फोटक उस समय लूट लिया था जब उसे पत्थर की खदान ले जाया जा रहा था।
हालांकि, अधिकारी ने जंगल में विस्फोटक बरामदगी के सटीक स्थान का खुलासा करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह स्थान सारंडा जंगल का हिस्सा है और झारखंड में है तथा ओडिशा सीमा से कुछ दूरी पर स्थित है।
इससे पहले सुरक्षाकर्मियों ने शुक्रवार को माओवादियों के साथ एक मुठभेड़ के बाद नक्सलियों द्वारा लूटा गया कुछ विस्फोटक बरामद किया था।
माओवादियों ने के. बालांग क्षेत्र में बंदूक के बल पर लगभग 200 पैकेट विस्फोटक लूट लिया था, जो लगभग चार टन था। इसमें ज्यादातर जिलेटिन की छड़ें थीं।
हालांकि, सूत्रों ने बताया कि विस्फोटक ओडिशा-झारखंड अंतरराज्यीय सीमा पर सारंडा जंगल के पास स्थित तिरिलपोश में पाया गया।
पुलिस के अनुसार, झारखंड के करीब 30 सशस्त्र माओवादियों ने वाहन चालक को बंदूक के बल बंधक बनाकर जिलेटिन की छड़ों से लदा ट्रक अगवा कर लिया था।
लूट की घटना के एक दिन बाद, ओडिशा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वाई बी खुरानिया और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया था और राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के एक दल ने मामले की जांच शुरू कर दी।
ओडिशा पुलिस ने घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।
भाषा राखी अमित
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