ईटानगर, दो जून (भाषा) अरुणाचल प्रदेश के लोहित जिले में एक और व्यक्ति की मौत होने के साथ ही राज्य में भूस्खलन तथा बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है। सोमवार को भी राज्य में लगातार मानसून की बारिश हुई। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, 23 जिलों में 156 गांवों के 938 लोग मानसून की बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
अपर डिगारू में सूखा नाले में आई बाढ़ में बहे गुप्ताजीत भराली का शव रविवार को लोहित जिले के लासा पानी क्षेत्र में बरामद किया गया।
राज्यपाल के टी परनाइक ने जनहानि पर गहरा दुख व्यक्त किया है और शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदना जताई है। उन्होंने लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया, खासकर संवेदनशील और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में।
जिला प्रशासन से सतर्क रहने का आह्वान करते हुए राज्यपाल ने जोखिम भरे क्षेत्रों में रात्रि के समय आवागमन प्रतिबंधित करने के महत्व पर बल दिया तथा लोगों को सुरक्षित रखने के लिए सक्रिय संपर्क की वकालत की।
प्रमुख नदियों और उनकी सहायक नदियों के खतरे के स्तर से ऊपर बहने के कारण राज्य के वेस्ट कामेंग, कामले, लोअर और अपर सुबनसिरी, पापुम पारे, दिबांग घाटी, लोअर दिबांग घाटी, लोहित, चांगलांग, क्रा दादी, कुरुंग कुमेय और लोंगडिंग जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति और भूस्खलन की सूचना है।
पूर्वी कामेंग जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 13 के बाना-सेप्पा खंड पर शुक्रवार देर रात हुए विनाशकारी भूस्खलन में दो परिवारों को लेकर जा रहा एक वाहन बह गया, जिससे इसमें सवार सभी सात लोगों की मौत हो गई।
वहीं, एक अन्य घटना में लोअर सुबनसिरी जिले में पाइन ग्रोव के पास गोभी के खेत में काम करते समय दो मजदूर मलबे में दब गए तथा दो अन्य को बचा लिया गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि असम के दिसपुर से एक व्यक्ति लोहित जिले के परशुराम कुंड और दूसरा अंजॉ जिले से, अलग-अलग घटनाओं में लापता हो गया। इसमें कहा गया है कि वर्तमान में खोज अभियान जारी है।
कामले जिले के पामलुक गांव में भूस्खलन में एक व्यक्ति घायल हो गया, जिसका उपचार किया जा रहा है।
चांगलांग जिले में, बुरी-दिहिंग नदी में आई बाढ़ में शनिवार को ट्रांस अरुणाचल राजमार्ग पर माकनटोंग पुल का 50 प्रतिशत हिस्सा बह गया, जिससे मियाओ और बोर्डुमसा के बीच महत्वपूर्ण सड़क संपर्क टूट गया।
मियाओ उपखंड के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं, जिससे पशुधन और बागवानी संपत्ति को काफी नुकसान हुआ है।
मियाओ में नोआ-देहिंग नदी के किनारे स्थित ज़ुप्रा और रिवर कैफ़े जैसे पर्यटक रिसॉर्ट जलमग्न हो गए हैं। खारसांग क्षेत्र के अंतर्गत नामचिक के पास बालिनोंग में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को भारी नुकसान हुआ है तथा बाढ़ के पानी से छात्रावास, स्टाफ़ क्वार्टर, पानी की टंकियां और अन्य कई चीजें नष्ट हो गईं।
अधिकारियों ने कहा कि नोआ-देहिंग नदी में बाढ़ के चलते नामफाई क्षेत्र के अंतर्गत धर्मपुर खंड में कृषि और बागवानी भूमि के एक बड़े हिस्से को नुकसान पहुंचा है। अधिकारियों ने कहा कि एम’पेन और देबन क्षेत्र अब पानी में डूबे हुए हैं।
अपर सुबनसिरी जिले में शुक्रवार को भारी बारिश के बाद हंगकर पाइपलाइन में कई दरारें आने से जलापूर्ति व्यवस्था बुरी तरह से बाधित हो गई है। सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) की टीम आपूर्ति बहाल करने के लिए काम कर रही हैं, जबकि अंतरिम राहत सुनिश्चित करने के लिए टैंकर तैनात किए गए हैं।
उपायुक्त टैसो गाम्बो ने पीएचईडी के कार्यकारी अभियंता टैगो डुलोम और अन्य अधिकारियों के साथ रविवार को संबंधित स्थल का दौरा किया और तत्काल मरम्मत कार्य करने का निर्देश दिया।
नामसाई जिले में, अधिकारियों ने अलूबारी सरकारी माध्यमिक विद्यालय में एक राहत शिविर स्थापित किया है, जहां वर्तमान में 59 विस्थापित लोग शरण लिए हुए हैं।
भाषा अमित नेत्रपाल
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