नागपुर, दो जून (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) नेता अनिल देशमुख ने शरद पवार और उनसे अलग हुए भतीजे अजित पवार के बीच हाल में हुई बैठकों के बाद दोनों की अगुवाई वाले दलों के विलय की अटकलों को तवज्जो नहीं देते हुए सोमवार को कहा कि दोनों गुटों के साथ आने पर कोई चर्चा नहीं हुई।
राकांपा (एसपी) अध्यक्ष शरद पवार और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने हाल के दिनों में कई मौकों पर मुलाकात की है जिससे राजनीतिक हलकों में उनके फिर से एक होने की अटकलें तेज हो गईं।
इस बारे में पूछे जाने पर देशमुख ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘दोनों राकांपा के फिर से एक होने पर कोई चर्चा नहीं हुई है। दोनों नेता चीनी और शैक्षणिक संस्थानों से जुड़े मुद्दों पर अलग-अलग मौकों पर मिलते रहते हैं। दोनों गुटों के विलय पर कोई चर्चा नहीं हुई है।’’
राज्य के पूर्व गृह मंत्री ने कहा कि ऐसी बैठकें होती रहती हैं।
राज्य में लंबित निकाय चुनावों के मुद्दे पर देशमुख ने कहा कि चुनाव उच्चतम न्यायालय के आदेशों के अनुसार होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘स्वच्छ पेयजल और सरकार से जुड़े मुद्दे लंबित हैं, चुनावों में और देरी नहीं होनी चाहिए।’’
बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) सहित कई नगर निकायों के चुनाव लंबे समय से लंबित हैं।
पिछले माह उच्चतम न्यायालय ने राज्य निर्वाचन आयोग को चार माह के भीतर निकाय चुनाव कराने का निर्देश दिया था।
रायगढ़ और नासिक के प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति नहीं किए जाने के मुद्दे पर देशमुख ने कहा, ‘‘यह निराशाजनक है कि प्रमुख प्रशासनिक पद खाली हैं। हमें बेहतर शासन के लिए एक साथ आने और इसे हल करने की आवश्यकता है।’’
उन्होंने किसानों की वास्तविक समस्याओं को लेकर कहा, ‘‘उन्होंने (सरकार ने) कर्ज माफी का वादा किया था, लेकिन कुछ नहीं किया गया। सरकार को केवल बातें नहीं करनी चाहिए, बल्कि काम करना चाहिए।’’
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खारी वैभव
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