(तस्वीरों के साथ)
लंदन/काहिरा/कुआलालंपुर, दो जून (भाषा) सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों ने सोमवार को कई देशों के नेताओं से मुलाकात की और आतंकवाद से लड़ने के भारत के संकल्प को रेखांकित किया।
प्रतिनिधिमंडलों ने इस बात पर जोर दिया कि मानवता के हित के लिए आतंकवाद का खात्मा किया जाना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व वाले संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने लंदन में हिंद-प्रशांत मामलों की मंत्री कैथरीन वेस्ट से मुलाकात की। इस दौरान, वेस्ट ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि ब्रिटेन आतंकवाद से लड़ने के प्रयासों में भारत के साथ है।
लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में कहा कि बैठक के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने “आतंकवाद से अपने दम पर निपटने के भारत के संकल्प को दोहराया। प्रतिनिधिमंडल ने इस बात पर भी जोर दिया कि आतंकवाद सभी देशों के लिए खतरा बना हुआ है और इसलिए दुनिया को पूरी मानवता के हित में इस संकट को खत्म करने की जरूरत है।”
बयान के मुताबिक, ब्रिटेन की तरफ से वेस्ट ने पहलगाम आतंकवादी हमले की एक बार फिर निंदा की और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चित करने में भारत के योगदान की सराहना की।
बयान के अनुसार, “वेस्ट ने कहा कि भारत के प्रयासों में ब्रिटेन साथ खड़ा है। आतंकवादी हमलों के पीड़ित देश के रूप में ब्रिटेन का मानना है कि आतंकी कृत्यों को अंजाम देने वालों को अदालत के कठघरे में लाया जाना चाहिए। सभी देशों को इस दिशा में काम करना चाहिए।”
बंद कमरे में हुई इस बैठक के बाद प्रतिनिधिमंडल ने लंदन स्थित इंडिया हाउस में ब्रिटेन के कुछ अग्रणी थिंक टैंक के प्रतिनिधियों के साथ गहन विचार-विमर्श किया।
विचार-विमर्श के बाद प्रसाद ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “हमने उन्हें अवगत कराया कि हम यहां क्यों हैं। हमने यह भी कहा कि हम पाकिस्तान से निपटने में सक्षम हैं। हम शांति और सौहार्द में यकीन रखते हैं, लेकिन हमें अपने लोगों की आजीविका को बचाने के लिए भी आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। दुनिया को आतंकवाद के इस कैंसर को समझना होगा।”
भाजपा सांसद बैजयंत जय पांडा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को चार देशों (बहरीन, कुवैत, सऊदी अरब और अल्जीरिया) की अपनी यात्रा पूरी की। प्रतिनिधिमंडल में शामिल पूर्व राजनयिक हर्ष वी शृंगला ने बताया कि यात्रा के अंतिम पड़ाव अल्जीरिया में, सदस्यों ने आतंकवाद के खिलाफ कतई बर्दाश्त न करने की भारत की नीति को सफलतापूर्वक रेखांकित किया।
शृंगला ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “राजनीतिक, भाषाई और आध्यात्मिक रूप से विविध समूह, जो ‘भारत प्रथम’ की सर्वोत्तम भावना के साथ एक स्वर में बोलता है!”
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने रविवार रात अल्जीरियाई संसद में विदेश मामलों, सहयोग और राष्ट्रीय समुदाय संबंधी संसदीय समिति के अध्यक्ष मोहम्मद खोउने से मुलाकात की, जिन्होंने उनके सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया।
पांडा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “आपसी हितों के व्यापक विषयों और आतंकवाद के सभी रूपों से लड़ने की भारत की प्रतिबद्धता पर चर्चा की गई।”
पोस्ट के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद के खिलाफ कड़े और दृढ़ उपायों की आवश्यकता पर भी चर्चा की। इसमें कहा गया है, “भारत और अल्जीरिया आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करेंगे।”
मलेशिया में जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व वाले संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद के खिलाफ कतई बर्दाश्त न करने की भारत की नीति पर जोर देते हुए कहा कि “पानी और खून एक साथ नहीं बह सकता।”
कुआलालंपुर स्थित भारतीय उच्चायोग ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया कि संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने मलेशिया में कानून एवं संस्थागत सुधार विभाग में उप मंत्री वाईबी एम कुला सेगरन के नेतृत्व में डेमोक्रेटिक एक्शन पार्टी के प्रतिनिधियों और ‘पार्टी केडिलन राक्यत’ के सदस्यों से मुलाकात कर उन्हें आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृष्टिकोण और राष्ट्रीय संकल्प से अवगत कराया।
पोस्ट के मुताबिक, “चर्चा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ प्रतिक्रिया पर केंद्रित थी। आतंकवाद को कतई बर्दाश्त न करने की भारत की नीति पर जोर दिया गया और यह स्पष्ट किया गया कि पानी और खून एक साथ नहीं बह सकता।”
प्रतिनिधिमंडल की यह प्रतिक्रिया पहलगाम आतकंवादी हमले के बाद, भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के सिलसिले में थी। नयी दिल्ली ने दो टूक कहा है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को शह देना बंद नहीं करता, तब तक संधि निलंबित रहेगी।
उच्चायोग ने बताया कि संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने वाईबी सिम त्जे त्जिन के नेतृत्व वाले पार्टी केडिलन राक्यत के प्रतिनिधिमंडल के साथ “रचनात्मक वार्ता” की।
उसने पोस्ट किया, “आतंकवाद को कतई बर्दाश्त न करने की भारत की नीति को रेखांकित किया गया और सीमा पार से खतरों के खिलाफ हमारी राष्ट्रीय एकता की पुष्टि की गई।”
उच्चायोग ने कहा, “केडिलन के प्रतिनिधियों ने प्रतिनिधिमंडल की ओर से दिए गए विस्तृत स्पष्टीकरण की सराहना की और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में आगे की राह तथा प्रत्येक राष्ट्र की जिम्मेदारियों पर रचनात्मक चर्चा की।”
उच्चायोग के अनुसार, संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने पार्टी केडिलन राक्यत के साथ बैठक के दौरान राष्ट्रीय एकता के लिए उप मंत्री वाईबी सरस्वती कंडासामी के साथ भी बातचीत की।
प्रतिनिधिमंडल ने मलेशियन इंडियन कांग्रेस (एमआईसी) के अध्यक्ष तान श्री दातो श्री एसए विग्नेश्वरन और उपाध्यक्ष वाईबी दातुक सेरी एम सरवनन सहित अन्य पार्टी नेताओं से भी मुलाकात की।
उसने कहा, “भारतीय धरती पर किसी भी आतंकी कृत्य का दृढ़ता से जवाब देने के भारत के नये रुख से अवगत कराया। एमआईसी ने सीमा पार से होने वाले आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के रुख के साथ एकजुटता व्यक्त की।”
प्रतिनिधिमंडल ने मलेशिया के अग्रणी थिंक टैंक और शिक्षाविदों के साथ सार्थक चर्चा भी की।
भारतीय उच्चायोग ने पोस्ट किया, “चर्चा में सीमापार आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के नये रुख और नये सुरक्षा सिद्धांत पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसमें आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ सामूहिक लड़ाई में अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा की गई।”
मिस्र में, राकांपा (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने सांसदों को आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ रुख से अवगत कराया।
प्रतिनिधिमंडल ने मिस्र की संसद के उच्च सदन सीनेट और निचले सदन प्रतिनिधि सभा के प्रतिष्ठित सदस्यों के साथ सार्थक बातचीत की।
काहिरा स्थित भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने मुस्तकबल वतन पार्टी के सीनेटर होसम अल-खौली, विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष सांसद हाजम उमर और अन्य संसदीय समितियों के अध्यक्षों और सदस्यों से मुलाकात की।
दूतावास ने कहा, “सीनेट ने भारत के साथ एकजुटता की पुष्टि की और घनिष्ठ रणनीतिक साझेदारी के महत्व को दोहराया।”
सोमवार को स्पेन ने आतंकवाद से लड़ने के भारत के प्रयासों के प्रति अपना ‘स्पष्ट समर्थन’ व्यक्त किया, जब द्रमुक सांसद कनिमोई के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने मैड्रिड में विदेश मंत्री जोस मैनुअल अल्बेरेस से मुलाकात की।
लाइबेरिया में शिवसेना सांसद श्रीकांत एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को मोनरोविया में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत के दौरान, आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत के ‘दृढ़’ संकल्प को रेखांकित किया।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अपनी पांच देशों की यात्रा के चौथे चरण में ब्राजील पहुंचा।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल तेजस्वी सूर्या ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “पूरे दिन की यात्रा के बाद हमारा प्रतिनिधिमंडल मध्य रात्रि को ब्रासीलिया पहुंच गया। पिछला सप्ताह बेहद व्यस्त, लेकिन सार्थक रहा। यहां अगले दो दिन कई बैठकें प्रस्तावित हैं।”
भाषा पारुल सुभाष
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