नयी दिल्ली, तीन जून (भाषा) ‘ऑपरेशन सिंदर’ के परिप्रेक्ष्य में वैश्विक कूटनीति के तहत विदेश यात्रा पर गये प्रतिनिधिमंडल में से एक ने स्वदेश लौटकर विदेश मंत्री एस जयशंकर से मंगलवार को मुलाकात की।
जयशंकर ने प्रतिनिधिमंडल से इस बारे में फीडबैक प्राप्त किया कि किस प्रकार सदस्यों ने पाकिस्तान को आतंकवाद को समर्थन देने के लिए विभिन्न देशों में बेनकाब किया।
भाजपा नेता बैजयंत पांडा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने महत्वपूर्ण राजनयिक दौरे के बाद यहां जयशंकर से उनके कार्यालय में मुलाकात की और अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की।
प्रतिनिधिमंडल सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया का दौरा करने के बाद मंगलवार सुबह स्वदेश लौट आया।
इन देशों में प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने कई बैठकों के दौरान विदेशी गणमान्य व्यक्तियों और प्रवासी भारतीयों से मुलाकात की तथा पहलगाम आतंकवादी हमले और उसके बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के मद्देनजर आतंकवाद को पाकिस्तान के समर्थन को उजागर किया।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्य एवं पूर्व विदेश सचिव हर्ष वी. शृंगला ने कहा, ‘यह एक बहुत अच्छी बैठक थी और हमने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को अपनी फीडबैक दी। प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्यों ने अपने इनपुट दिए और उनके साथ अपने विचार साझा किए।’
जब उनसे पूछा गया कि मंत्री ने उन्हें क्या बताया तो उन्होंने कहा, ‘उन्होंने (जयशंकर ने) हमें बताया कि हमारे उद्देश्य पूरे हो गए हैं और उन्होंने प्रतिनिधिमंडल तथा उसके नेता को बधाई दी।’
पांडा ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी विदेश यात्रा सफल रही।
उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल के सदस्य एकजुट थे और उन्होंने जिन देशों की यात्रा की वहां बहुत कड़ा संदेश दिया।
विदेश मंत्री से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद, फांगनोन कोन्याक, रेखा शर्मा और सतनाम सिंह संधू शामिल थे।
आठ-सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में निशिकांत दुबे और असदुद्दीन ओवैसी भी शामिल थे।
भाषा
शुभम सुरेश
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