हैदराबाद, चार जून (भाषा) तेलंगाना के जोगुलम्बा गडवाल जिले के एक गांव में इथेनॉल संयंत्र की स्थापना के विरोध में बुधवार को बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया, जिसके कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गयी। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस के मुताबिक राजोली मंडल के पेड्डा धनवाड़ा गांव के पास बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए और सरकार से संयंत्र स्थापित करने के लिए दी गई अनुमति रद्द करने की मांग की। कंपनी ने इसी क्षेत्र में इथेनॉल संयंत्र का निर्माण कार्य शुरू करने का प्रस्ताव रखा था।
पड़ोसी सात-आठ गांवों से आए प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर कंपनी प्रबंधन द्वारा बनाए गए अस्थायी आश्रयों और शेडों को जला दिया तथा एक कंटेनर में भी आग लगा दी।
टेलीविजन पर दिखाए गए दृश्यों में कुछ प्रदर्शनकारियों को चार पहिया वाहन को पलटकर उस पर लाठियों से प्रहार करते हुए देखा गया, जबकि कुछ अन्य ने पथराव किया और एक मिट्टी हटाने वाली मशीन की खिड़कियों के शीशे को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद पुलिस ने हस्तक्षेप कर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया।
अधिकारियों ने बताया कि कंपनी को एक साल पहले पेड्डा धनवाड़ा गांव के पास 35-40 एकड़ जमीन पर अनाज आधारित इथेनॉल संयंत्र स्थापित करने का लाइसेंस और अनुमति मिली थी।
उन्होंने कहा कि कंपनी प्रबंधन ने भी ग्रामीणों के साथ चर्चा की, लेकिन उन्होंने संयंत्र का विरोध जारी रखा।
अधिकारियों के मुताबिक प्रशासन ने ग्रामीणों और कंपनी प्रबंधन के बीच विचार-विमर्श आयोजित करने का भी प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण सहमत नहीं हुए। कंपनी प्रबंधन मंगलवार को काम शुरू करने के लिए प्रस्तावित स्थल पर गया।
पुलिस ने बताया कि बुधवार को ग्रामीणों ने एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन किया, जबकि कंपनी प्रबंधन और श्रमिक वहां से चले गए।
अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीण इथेनॉल संयंत्र का इसलिए विरोध कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें आशंका है कि इससे उनकी कृषि भूमि को नुकसान हो सकता है और इससे लगातार कुछ ‘हानिकारक गैस’ निकल सकती हैं।
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