पणजी, चार जून (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गोवा में करोड़ों रुपये के भूमि ‘घोटाले’ के एक कथित सगरना को गिरफ्तार किया है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि 2022 में गोवा विधानसभा चुनाव में कुम्भरजुआ से निर्दलीय उम्मीदवार रहे रोहन हरमलकर को मंगलवार रात धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया गया है।
पणजी की एक विशेष अदालत ने उसे 14 दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया। संघीय जांच एजेंसी ने इस मामले में 24-25 अप्रैल को छापेमारी की थी।
एजेंसी ने दावा किया कि छापेमारी और तलाशी के बाद हुई जांच के दौरान हरमलकर ‘फरार’ रहा।
धन शोधन का यह मामला गोवा पुलिस की एक प्राथमिकी से जुड़ा है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि हरमलकर और अन्य आरोपियों ने छद्म नाम, फर्जी दस्तावेज तैयार करने और राजस्व अभिलेखों के साथ छेड़छाड़ आदि के जरिये वास्तविक संपत्ति मालिकों के साथ ‘धोखाधड़ी’ की है।
ईडी ने कहा कि ये संपत्तियां मूल रूप से व्यक्तियों और पारिवारिक सम्पदाओं के स्वामित्व में थीं, लेकिन उनकी सहमति के बिना ये अवैध रूप से बेच दी गईं, जिससे पीड़ितों को काफी वित्तीय व कानूनी परेशानियों को सामना करना पड़ा।
ईडी ने कहा, ‘हरमलकर गोवा भूमि घोटाले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है, जिसने कई संपत्तियों के बिक्री दस्तावेजों में जालसाजी और हेरफेर की साजिश रची है। एजेंसी के अनुसार, छापेमारी के दौरान 1,000 करोड़ रुपये (वर्तमान बाजार मूल्य) की संपत्ति के दस्तावेज, भूमि अभिलेखों में हेराफेरी का संकेत देने वाले ‘जाली’ स्वामित्व दस्तावेज और बारदेज़ तालुका में अंजुना, अरपोरा और असगांव जैसे प्रमुख पर्यटक स्थलों में कई लाख वर्ग मीटर में फैले उच्च मूल्य के भूखंडों के ‘धोखाधड़ीपूर्ण’ हस्तांतरण से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए।
ईडी ने कहा कि छापेमारी के दौरान 600 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्तियों के मूल दस्तावेज जब्त किए गए।
ईडी को संदेह है कि ‘अपराध से अर्जित धनराशि’ को विभिन्न व्यक्तियों और बेनामी संस्थाओं के माध्यम से आगे बढ़ाया गया था, और अंत में इस धनराशि से अचल संपत्ति, लक्जरी वाहनों और अन्य उच्च मूल्य वाली संपत्तियों में निवेश किया गया।
भाषा जोहेब माधव
माधव