नयी दिल्ली, चार जून (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में दिन में आजीविका चलाने के नाम पर ऑटोरिक्शा चलाना और रात में चोरी की गई स्पोर्ट्स बाइक का इस्तेमाल कर डकैती करना गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों की कार्यप्रणाली थी। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि 31 मई को जगतपुरी और गीता कॉलोनी इलाकों में सशस्त्र डकैतियों के बारे में पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) पर लगातार दो बार सूचना मिलने के बाद की गई छापेमारी के दौरान शारिक (28), शब्बीर फहीम (32) और सौरव को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने बताया कि ये तीनों आरोपी शहजाद नाम के एक फरार साथी के साथ मिलकर, रात के समय बंदूक के बल पर यात्रियों को निशाना बनाते थे जबकि अपनी पहचान छिपाने के लिए ये लोग चोरी की ‘स्पोर्ट्स बाइक’ का इस्तेमाल करते थे।
सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि लूटपाट में मोटरसाइकिल का इस्तेमाल किया गया था, जिसमें से एक मोटरसाइकिल का रजिस्ट्रेशन सही था, जबकि दूसरी मोटरसाइकिल पर फर्जी नंबर प्लेट लगी थी।
पुलिस ने बताया, ‘‘मोटरसाइकिल के मालिक का पता लगाने पर लाजपत नगर में पहले दर्ज एक लूट का मामला सामने आया, जिससे पुष्टि हुई कि मोटरसाइकिल भी चोरी की थी।’’
पुलिस ने उनके आवागमन के तरीके की पहचान करने के बाद जाल बिछाकर सुबह तड़के तीनों को उनके संदिग्ध ठिकानों से धर दबोचा।
पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि तीनों लोग सीलमपुर से पुरानी दिल्ली तक किराये पर ऑटो चलाते थे।
शहादरा के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) प्रशांत गौतम ने बताया, ‘‘वह दरियागंज में चोरी की गई ‘स्पोर्ट्स बाइकों’ को खड़ी करते, अंधेरा होने पर ऑटो से स्थान तक पहुंचते और फिर पूरे शहर में डकैती करते थे।। अपराध को अंजाम देने के बाद, वे दरियागंज लौट आते थे, चोरी की गई गाड़ियों को वहीं छोड़ देते थे और सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए ऑटो से वापस जाते थे।’’
उन्होंने बताया कि तीनों के पास से एक देसी पिस्तौल, एक कारतूस, एक नकली लाइटरनुमा पिस्तौल, एक लूटी हुई स्पोर्ट्स बाइक, एक नकली नंबर प्लेट लगी चोरी की स्पोर्ट्स बाइक, दो लूटे हुए मोबाइल फोन (एक आईफोन सहित), छह हजार रुपये नकद, एक चाकू और वाहन का लॉक खोलने वाले औजार बरामद किए गए हैं।
डीसीपी ने कहा, ‘‘उनकी गिरफ्तारी से जगतपुरी, गीता कॉलोनी, प्रीत विहार, लाजपत नगर और कृष्णा नगर में हुई पांच लूटपाट की वारदातों का खुलासा हुआ है। ये तीनों ही आरोपी बार-बार अपराध करते हैं।’’
उन्होंने बताया कि इन तीनों का मुख्य साजिशकर्ता शारिक ही है।
भाषा यासिर माधव
माधव