नयी दिल्ली, पांच जून (भाषा) दिल्ली के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश वर्मा ने बृहस्पतिवार को अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि अतिक्रमण की वजह से नालों में पानी का बहाव न रुके।
महरौली विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे वर्मा ने उन स्थानों का निरीक्षण किया, जो बार-बार जलभराव और जल निकासी संबंधी समस्याओं के लिए जाने जाते हैं। वर्मा ने कहा, “हमारा संदेश स्पष्ट है कि कोई बहाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हर विभाग को सही तालमेल के साथ काम करना चाहिए और बारिश आने से पहले हर नाले की सफाई होनी चाहिए। हम इस तत्परता के लिए दिल्ली के लोगों के आभारी हैं।”
मंत्री ने साकेत गुरुद्वारा के पास, दरगाह महरौली, मोती लाल नेहरू कैंप और कुसुमपुर पहाड़ी कुतुब संस्थान क्षेत्र के पास नालों का निरीक्षण किया।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी की जल निकासी व्यवस्था को एक दशक से अधिक समय से नजरअंदाज किया गया और पिछले 10 वर्षों में कोई भी बड़ी सीवर-लाइन परियोजना शुरू नहीं की गई है।
वर्मा ने कहा कि दीर्घकालिक योजना की कमी ने दिल्ली के कई हिस्सों में बाढ़ की समस्या को और बदतर बना दिया है।
उन्होंने अधिकारियों को 15 जून तक सभी पांच स्थलों से गाद निकालने का काम पूरा करने और भारी बारिश की चेतावनी के दौरान मानसून की तैयारी योजनाओं के रूप में त्वरित प्रतिक्रिया टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया।
दिल्ली सरकार ने शहर भर में 200 से अधिक संवेदनशील जल निकासी बिंदुओं की पहचान की है, जिनकी साप्ताहिक आधार पर निगरानी की जा रही है।
भाषा जितेंद्र माधव
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