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Thursday, August 14, 2025

झारखंड के मुख्यमंत्री ने रांची में 356 करोड़ रुपये की लागत से बने फ्लाईओवर का उद्घाटन किया

Newsझारखंड के मुख्यमंत्री ने रांची में 356 करोड़ रुपये की लागत से बने फ्लाईओवर का उद्घाटन किया

रांची, पांच जून (भाषा) झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बृहस्पतिवार को राज्य की राजधानी रांची में यातायात को सुगम बनाने के लिए 357 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बहुप्रतीक्षित फ्लाईओवर का उद्घाटन किया।

चार लेन वाले इस फ्लाईओवर का उद्घाटन, आदिवासी संगठनों द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के एक दिन बाद किया गया। आदिवासी संगठन, ‘सरना स्थल’ (धार्मिक स्थल) के पास सिरमटोली में बनाये गए एक ‘रैंप’ को ध्वस्त करने की मांग कर रहे थे।

इस फ्लाईओवर का नाम ‘कार्तिक उरांव’ के नाम पर रखा गया है, जो कांग्रेस के एक वरिष्ठ आदिवासी नेता थे और वह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कैबिनेट के सदस्य रहे थे।

गुमला जिले के करौंदा लिटाटोली में 29 अक्टूबर 1924 को जन्मे उरांव ने स्वतंत्रता आंदोलन में भी भाग लिया था।

सोरेन ने परियोजना का उद्घाटन करते हुए कहा, “फ्लाईओवर से राजधानी में यातायात सुगम हो जाएगा और निर्बाध आवागमन सुनिश्चित होगा। यह एक ऐतिहासिक क्षण है।”

एक बयान के मुताबिक, 2.34 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड अगस्त 2022 में शुरू की गई 356 करोड़ रुपये की लागत वाली बुनियादी ढांचा परियोजना का हिस्सा है।

एलिवेटेड रोड में रेलवे लाइन पर बना 132 मीटर का हिस्सा भी शामिल है।

सोरेन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा , “आज (बृहस्पतिवार को) विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए रांची में सिरमटोली चौक से राजेंद्र चौक होते हुए मेकॉन गोलचक्कर तक चार-लेन फ्लाईओवर/एलिवेटेड रोड ओवरब्रिज का उद्घाटन करने का मुझे सौभाग्य मिला। सिरमटोली फ्लाईओवर हमारे अग्रणी मार्गदर्शक कार्तिक उरांव जी के नाम से जाना जाएगा।”

यह उद्घघाटन कार्यक्रम रांची में ‘सरना स्थल’ के पास ‘रैंप’ के निर्माण के विरोध में झारखंड बंद के एक दिन बाद किया गया।

पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने रांची में कई सड़कें अवरूद्ध कर दीं जबकि कहीं से कोई बड़ी घटना की खबर नहीं है।

बंद के दौरान कम से कम 10 लोगों को हिरासत में लिया गया। रांची में छह और रामगढ़ में चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया।

विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आदिवासी समुदाय की भावना से जुड़े मुद्दे के समाधान के लिए सोरेन से हस्तक्षेप की मांग की थी।

प्रदर्शनकारियों ने रांची को हजारीबाग, गुमला और डाल्टनगंज से जोड़ने वाले प्रमुख राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया, जिससे यातायात अवरूद्ध हुआ।

भाषा जितेंद्र सुभाष

सुभाष

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