दीर अल बलाह (गाजा पट्टी), छह जून (एपी) युद्ध से पूरी तरह से तबाह गाजा पट्टी में फलस्तीनियों ने शुक्रवार को खंडहर हो चुकी मस्जिदों और घरों के बाहर नमाज अदा कर इस्लाम के सबसे महत्वपूर्ण त्योहार बकरीद की शुरुआत की। उन्होंने इस इस अवसर पर इजराइल से युद्ध जल्द समाप्त होने की दुआएं मांगी।
लगभग मलबे में तब्दील हो गए गाजा के लोगों को पारंपरिक ईद-उल-अजहा की नमाज खुले आसमान के नीचे अदा करने के लिए मजबूर होना पड़ा। खाद्यान्न की आपूर्ति कम होने के कारण परिवारों को तीन दिन के इस त्योहार के लिए जुटाए गए थोड़े-बहुत भोजन से ही काम चलाना पड़ेगा।
दक्षिणी शहर खान यूनिस में नमाज अदा करने के बाद कामेल इमरान ने कहा, ‘‘फलस्तीनी लोगों के खिलाफ अन्यायपूर्ण युद्ध जारी है जिसकी वजह से यहां के लोग अबतक के सबसे बुरे हालात में त्योहार मना रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, “यहां न तो भोजन है, न आटा, न ही आश्रय, न मस्जिद, न घर, न गद्दे… स्थितियां बहुत, बहुत गंभीर है।”
यह लगातार दूसरा साल है जब गाजा के मुसलमान इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक हज करने के लिए सऊदी अरब की यात्रा नहीं कर सके।
एपी धीरज प्रशांत
प्रशांत