मुंबई, छह जून (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय बैंक ने वृद्धि को प्रोत्साहन देने के लिए अपना काम कर दिया है और अब हितधारकों को अपना काम करना है।
मल्होत्रा ने वृद्धि को तेज करने के लिए राजकोषीय अधिकारियों की तरफ से कदम उठाए जाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर यह बात कही।
उन्होंने कहा, ”मैं अपना काम करने में विश्वास करता हूं, और हमने वह काम किया है। जाहिर है, यह उम्मीद रहती है कि बाकी लोग भी अपना काम करेंगे।”
हालांकि उन्होंने कहा कि उनके लिए यह सुझाव देना उचित नहीं है कि दूसरों को क्या करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह अपना काम करने में विश्वास करते हैं और आगे भी ऐसा करना जारी रखेंगे।
अतीत में कई ऐसे मौके आए हैं, जब आरबीआई के नीतिगत कदम को लेकर केंद्रीय बैंक और वित्त मंत्रालय के बीच गर्मजोशी की कमी रही है। केंद्रीय बैंक की नीतियों में अक्सर वित्तीय स्थिरता और मूल्य वृद्धि पर ध्यान केंद्रित किया जाता रहा है, जिसे सरकार ने बहुत अधिक नहीं सराहा।
मल्होत्रा ने इससे पहले कहा कि आरबीआई ने उनके पदभार संभालने के बाद से तीन बार में कुल एक प्रतिशत की दर कटौती की है, और वृद्धि को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए वह इससे अधिक कुछ नहीं कर सकता है।
उन्होंने मौद्रिक नीति के रुख को उदार से तटस्थ में बदलने की भी घोषणा की।
भाषा पाण्डेय प्रेम
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